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पटना। भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना पर एक कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला के जरिए यह सुनिश्चित करने पर बल दिया गया कि इस योजना की जानकारी घर -घर तक पहुंचे।
प्रदेश भाजपा कार्यालय के अटल सभागार में आयोजित ‘प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना कार्यशाला’ में बिहार प्रभारी विनोद तावड़े के साथ,भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा, हरि सहनी, संगठन महामंत्री भीखूभाई दलसानिया, प्रदेश महामंत्रीगण, क्षेत्रीय एवं सह क्षेत्रीय प्रभारीगण सहित पार्टी के अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे।
बैठक में ओबीसी मोर्चा के सभी जिलाध्यक्ष और महामंत्री तथा निवर्तमान जिलाध्यक्ष और महामंत्री तथा एससी, एसटी मोर्चा के जिलाध्यक्ष, महामंत्री और निवर्तमान जिलाध्यक्ष और महामंत्री भी उपस्थित हुए।
कार्यशाला में विश्वकर्मा योजना से लाभान्वित होने वाले वर्ग को इस योजना का शत-प्रतिशत लाभ मिले और उनका आर्थिक सशक्तीकरण सुनिश्चित हो और इस योजना के बेहतर क्रियान्वयन के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई।
कार्यशाला में आए लोगों को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना गांव के पारंपरिक रोजगार हुनर और कौशल को बढ़ावा देने में मदद करेगी। इससे आत्मनिर्भर भारत का संकल्प पूरा होगा तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने इस योजना के लिए 13,000 करोड़ रुपये अलग से आवंटित किए हैं। इस कार्यक्रम से जुड़ने वाले लोगों को और भी कुशल बनाने का कार्य किया जाएगा।
श्री चौधरी ने इस योजना को बिहार के लिए काफी लाभप्रद बताते हुए कहा कि इस योजना के तहत सरकार इन कारीगरों द्वारा बनाए गए वस्तुओं का मार्केटिंग की भी संपूर्ण व्यवस्था करेगी। इस योजना के तहत एक लाख से लेकर 3 लाख तक का लोन ले सकेंगे।
उन्होंने साफ लहजे में कहा कि इस महत्वाकांक्षी योजना से आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार होगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
इधर, बिहार भाजपा प्रभारी श्री तावड़े ने कहा कि यह योजना देश के करोड़ों कुशल कामगारों के लिए वरदान साबित होगा l इस योजना के माध्यम से लाखों लोग आत्मनिर्भर बनेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा शुरू की गई एक केंद्रीय योजना है, जो कारीगरों और शिल्पकारों को संपार्श्विक मुक्त ऋण, कौशल प्रशिक्षण, आधुनिक उपकरण, डिजिटल लेनदेन के लिए प्रोत्साहन और बाजार तक पहुंच के माध्यम से समग्र सहायता प्रदान करती है।