जमालपुर में काली पहाड़ी से सटे नहर में जल को देखकर हर्षित हुए नगर वासी
काली पहाड़ी नहर में फिर कमल का फूल खिलाने के लिए कई समाजसेवी आगे आए
लालमोहन महाराज, मुंगेर
लौह नगरी जमालपुर स्थित काली पहाड़ी नहर को पुनर्जीवित होने पर वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजा अर्चना की गई । वही इस अवसर पर काली पहाड़ी तराई की नहर में पुनः कमल फूल खिलाने की पहल करने वाले समाजसेवी अधिवक्ता आशीष कुमार को सम्मानित किया गया । इसके साथ ही काली पहाड़ी से सटे लोटस लेक में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ कमल का बीज भी डाला गया। अधिवक्ता आशीष कुमार ने कहा कि काली पहाड़ी से सटे नहर में पुनः जल देखकर शहरवासी हर्षित है । गौरतलब हो कि नहर की खुदाई कर मिट्टी को बाहर निकाले जाने से नहर की शोभा बढ़ाने वाले कमल का पौधा भी जङ मूल रूप से नष्ट हो गया था। जिसे देखते हुए समाजसेवी आशीष कुमार अधिवक्ता ने कमल के बीज को कोरियर से मंगवाकर नहर में पूजा अर्चना कर डाला गया। पूजा अर्चना संतमत के आचार्य शीलनिधान बाबा, राजू पाठक एवं प्रीतम जी ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ विधि विधान से किया तथा पुनः पहले जैसा जलाशय एवं लोटस लेक को पुनर्जीवित होने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई। नहर एवं लोटस लेक को पुनर्जीवित करने की शुरुआती पहल का प्रशंसा करते हुए समाजसेवी आशीष कुमार अधिवक्ता को डॉक्टर ए के शर्मा ने अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया। मौके पर डॉक्टर ए के शर्मा ने कहा कि नहर में जड़ मूल से कमल के पौधा को पुनर्जीवित करने में जो पहल आशीष कुमार अधिवक्ता ने की है, वह बहुत ही प्रशंसनीय एवं वंदनीय है। आशीष कुमार अधिवक्ता ने कहा कि सोशल मीडिया को खंगाल कर देखा जाए तो पता चलेगा कि नहर की खुदाई की बात सर्वप्रथम मेरे द्वारा ही की गई थी और अब जब कमल का पौधा जङ मूल से पूरी तरह बर्बाद हो चुका है तो ऐसे में बाहर कोरियर से कमल का बीज मंगवा कर नहर में हम लोगों के द्वारा पूरे विधि विधान और मंत्रोच्चारण साथ डाला जा रहा है। जिससे कि शहर का गौरव और लोटस लेक पुनः शहर की शोभा बढ़ा सके। मौके पर आचार्य शीलनिधान बाबा, डॉ ए के शर्मा, आशीष कुमार अधिवक्ता, शंकर सिंह, भावेश चौधरी, डॉ राजीव गुप्ता, अमित कुमार मंडल, विनोद राम, प्रीतम जी, राजन कुमार चौरसिया सहित शहर के कई बुद्धिजीवी नागरिक मौजूद थे।