जदयू ने नीतीश कुमार के पीएम उम्मीदवार बनने का सपना तोड़ा, अब सरकार में भी नहीं चल रही है सीएम की
पटना । कांग्रेस नेता द्वारा कथित विपक्षी एकता की बैठक के बाद कैबिनेट विस्तार के दावे से संबंधित बयान पर तीखा तंज करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने पूछा है कि क्या अब नीतीश कुमार मात्र कठपुतली मुख्यमंत्री बन कर रह गए है? उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल का विस्तार करना मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार होता है, मगर विस्तार कब होगा और किस दल के कितने मंत्री बनेंगे, इसकी घोषणा कांग्रेस की ओर से हो रही है, क्या इससे यह साबित नहीं हो रहा है कि सरकार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नहीं चल रही है?
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के दबाव पर जदयू को घोषणा करनी पड़ी की नीतीश कुमार पीएम पद के उम्मीदवार नहीं होंगे, यानी उनके पीएम बनने के सपने पर भी ताला जड़ दिया गया, जबकि पिछले साल अगस्त में उन्हें पीएम बनाने का सपना दिखा कर ही एनडीए से अलग कर महागठबंधन में लाया गया था।
सम्राट चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज इतने लाचार व विवश हो गए है कि कांग्रेस की चौखट पर बार-बार गुहार लगाने के बावजूद विपक्षी दलों की बैठक में आने की राहुल गांधी ने तब तक अपनी सहमति नहीं दी, जब तक जदयू की ओर से नीतीश कुमार के पीएम पद की उम्मीदवारी से इनकार नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि कभी लोकतंत्र की हत्यारी कांग्रेस के खिलाफ जेपी की अगुवाई में झंडा उठाने वाले नीतीश कुमार ने न केवल लोहिया, कर्पूरी के गैरकांग्रेसवाद के सिद्धांत को कुर्सी के लोभ में तिलांजलि दे दिया है, बल्कि आज उसी कांग्रेस की गोद में बैठ कर कांग्रेस नेताओं की अगुवानी के लिए पलक-पावड़े बिछाए हुए हैं। बिहारियों के लिए मुख्यमंत्री की यह स्थिति दुखद व निराशाजनक है।