बुलंद हौसले के साथ रवाना हुई बिहार ड्रैगन बोट टीम
- बिहारी प्रतिभा का जौहर दिखेगा नेशनल चैंपियनशिप में : डॉ सीपी ठाकुर
- खिलाड़ियों के मेडल जीतने से राज्य गौरवान्वित होता है : संजय कुमार
पटना। बुलंद हौसले और पूरे दम-खम के साथ बिहार ड्रैगन बोट की टीम 11वीं सीनियर राष्ट्रीय ड्रैगन बोट रेसिंग चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए गुरुवार को पूर्वाह्न ट्रेन द्वारा पटना से कोडरमा के लिए रवाना हो गई। यह राष्ट्रीय प्रतियोगिता झारखंड के तिलैया डैम स्थित जवाहर घाट जलाशय में 16 से 18 जून तक आयोजित है।
भारत सरकार के पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं एशिया के जाने-माने चिकित्सक पद्मश्री डॉ सीपी ठाकुर, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग बिहार सरकार के उप निदेशक (छात्र व युवा कल्याण) संजय कुमार, प्रखर समाजसेवी व केमोनिक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के एमडी दीपक ठाकुर, ड्रैगन बोट फेडरेशन ऑफ इंडिया के लीगल एडवाइजरी कमेटी के चेयरमैन अधिवक्ता संजीव कुमार मिश्र, कृषि एजुकेशनल एंड हेल्थ सेवा संस्थान (केईएएचएसएस) के सचिव विंद्यांचल पाठक, बिहार ड्रैगन बोट संघ के अध्यक्ष राम बाबू सिंह तथा बिहार ड्रैगन बोट संघ के सचिव दीपक प्रकाश रंजन ने रवानगी के पहले राजधानी के युवा आवास से सभी खिलाड़ियों को प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ शुभ विदा किया।
इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद डॉ सी.पी.ठाकुर ने कहा कि बिहार विजेताओं की धरती रही है। ज्ञान के बल पर बिहार शिक्षा के साथ खेल के क्षेत्र अबतक अपना परचम लहराते रहा है। बिहार के युवा खिलाड़ियों के पास अपार अवसर है। सभी खिलाड़ियों को मिल कर सुनहरे अवसर को जीत में तब्दील करना होगा। इसके लिए खिलाड़ियों सदैव फिट रहने की आवश्यकता है, तभी हम जीत का झंडा लहरा सकते हैं। डॉ ठाकुर ने कहा कि हमें पूर्ण विश्वास है कि बिहारी प्रतिभा का जौहर इस नेशनल चैंपियनशिप में दिखेगा और हमारी टीम कोई न कोई पदक जीत कर बिहार लौटेगी।
कला,संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार के उप निदेशक संजय कुमार (छात्र व युवा कल्याण) ने टीम के खिलाड़ियों व बिहार ड्रैगन बोट संघ के पदाधिकारियों को बधाई व शुभकामना देते हुए कहा कि खिलाड़ियों को अपने खेल पर ध्यान देना चाहिए तभी वे अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। बिहार सरकार खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए संकल्पित है जिस पर खेल के क्षेत्र में सरकार कार्य कर रही है। मेधावी खिलाड़ियों को सरकार के अवसर का लाभ उठाना चाहिए और मेडल अपने नाम करना चाहिए। इससे राज्य गौरवान्वित होता है। उन्होंने टीम के महिला व पुरुष खिलाड़ियों को जीत की शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए आशीर्वाद प्रदान किया।
इस अवसर पर कृषि एजुकेशनल एंड हेल्थ सेवा संस्थान (केईएएचएसएस) के अध्यक्ष विपिन भारती,पत्रकार रत्नेश आनंद, बीएन मंडल विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर डॉ जैनेंद्र कुमार, मिलर स्कूल के शिक्षक अरुण दयाल, प्रधानाध्यापक सुभाष चंद्र, टीम के मुख्य प्रशिक्षक अमूल्य कुमार चौबे, पूर्वी चंपारण जिला संघ के सचिव दीपक सिंह कश्यप, सुमन कुमार, पत्रकार सुशील कुमार समेत कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। यह जानकारी देते हुए बिहार ड्रैगन बोट संघ के सचिव दीपक प्रकाश रंजन ने बताया कि पुरुष वर्ग की तीन टीम व महिला वर्ग की एक टीम यानी कुल 4 टीम बिहार की ओर से अलग-अलग कैटेगरी में हिस्सा ले रही है। केमोनिक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के एमडी दीपक ठाकुर की ओर खिलाड़ियों को विभिन्न तरह की स्वास्थ्य रक्षक दवाईयां उपलब्ध कराई गईं।
खिलाड़ियों के नाम इस प्रकार है-
पुरुष वर्ग : संस्कार रंजन (भोजपुर), अमर कुमार (मधेपुरा), हर्षित कुमार (सीवान), रोहित कुमार (शेखपुरा), प्रह्लाद कुमार (मधेपुरा), स्मिगल सैम (नालंदा), बद्री कुमार (मधेपुरा), रजनीश कुमार (मधेपुरा), दीपक राज (पटना), विभोर राज (औरंगाबाद), विद्यानंद सिंह (पटना), किंगकर कुमार (मधेपुरा), इंद्रनेश कुमार (सारण), मनीष कुमार तिवारी (रोहतास), अक्षय कुमार (समस्तीपुर), प्रभात चंद्र (सहरसा), चंदन कुमार (सहरसा), आशीष कुमार (सहरसा), सनिकेश कुमार (पूर्वी चंपारण), चंदन कुमार (कटिहार), सहदेव कुमार (कटिहार), राहुल कुमार (पटना), अरविंद कुमार शर्मा (भोजपुर), रजनीश कुमार सिंह (सारण), राजा सिंह (सारण), गणेश कुमार सिंह (सारण), रिषि राज शर्मा (सारण), आदित्य कुमार (सारण), प्रदीप कुमार (रोहतास), सत्यानंद कुमार (पटना), वीडियो कुमार (मधेपुरा), रुपक कुमार रंजन (मधेपुरा), संजीव रंजन (मधेपुरा), अजीत सिंह राठौर (रोहतास)।
महिला वर्ग : कौशल्या कुमारी (कटिहार), अंशु कुमारी (कटिहार), मनीषा कुमारी (कटिहार), श्रुति कुमारी (कटिहार), नित्या कुमारी (पूर्वी चंपारण), कृति (पूर्वी चंपारण), रविता कुमारी (पूर्वी चंपारण), कुमकुम कुमारी (पूर्वी चंपारण), बिट्टू कुमारी (सीवान), आरती पाण्डेय (पटना), पूजा कुमारी (मधेपुरा), ममता कुमारी (मधेपुरा), गुड़िया कुमारी (सहरसा), आर्या सिंह (गया), सोनाली कुमारी (पटना)।