जब महिलाएं सतर्क हो जाएंगी तो कुछ भी नामुमकिन नहीं : उमेश सिंह कुशवाहा
जदयू कार्यालय में संपन्न हुआई अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम सह होली मिलन समारोह
पटना। जदयू महिला प्रकोष्ठ द्वारा कर्पूरी सभागार में आयोजित अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम सह होली मिलन समारोह सम्पन्न हुआ। महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष श्वेता विश्वास की अध्यक्षता में सम्पन्न कार्यकम में मुख्य अतिथि प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, बिहार सरकार की मंत्री लेसी सिंह, शीला मंडल, सांसद कविता सिंह, विधान परिषद में सचेतक रीना यादव, विधायक बीमा भारती, शालिनी मिश्रा, मीणा कामत, बीणा देवी, विधान पार्षद रेखा देवी, कुमुद वर्मा, विधान पार्षद सह प्रवक्ता नीरज कुमार सिंह प्रवक्ता अंजुम आरा, खुश्बु रानी, यासिमन खातून, उषा सिन्हा, श्रीमती ममता शर्मा, श्रीमती मीनाक्षी हिमांशु, श्रीमती पूजा एन शर्मा, श्रीमती नेहा निसार, सविता नटराज सहित बड़ी संख्या में त्रिस्तरीय महिला पंचायत एवं नगर निकाय प्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में जदयू की महिला कार्यकर्ता उपस्थित रहीं।
अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलन के बाद शुरू कार्यक्रम में सबसे पहले आगत अतिथियों को अंगवस्त्र एवं पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया गया तथा सभी ने एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं दीं। अपने अध्यक्षीय भाषण में श्वेता विश्वास ने कहा कि मुख्यमंत्री ने वास्तव में महिला सशक्तीकरण के लिए जितने काम किये हैं उसकी कोई दूसरी मिसाल नहीं मिलती और यही कारण है कि आज बिहार की महिलायें उनके साथ हैं।
मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन में प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि आपसे परिवार, समाज और पूरा संसार है। आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं के अधिकार और सम्मान के लिए समर्पित दिन है। 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को होली के कारण हम लोग 3 दिन पहले ही अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मना रहे हैं। उद्देश्य, भावना और लक्ष्य सही हो तो किसी दिन भी मनाया जाने वाला कार्यक्रम सार्थक होता है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के तीन रंग हैं, बैगनी- हरा और सफेद। बैगनी न्याय का प्रतीक है, हरा उम्मीदों का रंग है और सफेद शुद्धता का सूचक है। हम सबके नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने न्याय के साथ समेकित विकास और महिलाओं को न्याय और गरिमा प्रदान करने का काम किया। उन्होंने अपने 17 वर्षों के कार्यकाल में महिलायों के उम्मीदों को प्रतिबद्धता के साथ जो पंख देने का काम किया उसका कोई दूसरा उदाहरण स्वतंत्र भारत के इतिहास में नहीं मिलता।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री ने महिलाओं में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बालिका पोशाक, बालिका साइकिल, कन्या उत्थान आदि जो योजनायें चलायीं उसका परिणाम है कि आज मैट्रिक की परीक्षा में लड़कियों की संख्या लड़कों से अधिक हो गयी है। उन्होंने इंटर पास लड़की को पच्चीस हजार, ग्रेजुएट और बीपीएससी का 50,000 तथा यूपीएससी पास करने वाली लड़कियों को एक लाख रूपये प्रोत्साहन राशि देने का काम किया। हमारे नेता ने महिलाओं को मुख्यधारा से जोड़ उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए त्रिस्तरीय पंचायती राज एवं नगर निकाय के चुनाव में 50 प्रतिशत आरक्षण दिया। शिक्षक बहाली में 50 प्रतिशत तथा सिपाही बहाली में 35 प्रतिशत आरक्षण दिया। आज देश में सर्वाधिक महिला पुलिस बिहार में है। महिला कैसे सशक्त हों, स्वरोजगार से कैसे जुड़े, आत्मनिर्भर कैसे बनें इसके लिए 10 लाख से ज्यादा स्वयं सहायता समूह बनाया गया, जिससे आज एक करोड़ से ज्यादा महिलाएं जुडी हुई हैं। महिलाओं को स्वरोजगार के लिए 5 लाख अनुदान सहित दस लाख रुपया बिना ब्याज का दिया। गांधी-लोहिया आधी आबादी को अधिकार और सम्मान की जो बात करते थे। वह हमारे नेता ने सरजमी पर उतारने का काम किया। आपको जब भी कोई जरूरत पड़े, आपके मान-सम्मान को झुकने और टूटने नहीं दिया जाएगा उसका पूरा- पूरा ख्याल रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी और हमारे ही नेता हैं जो महिलाओं का पूरा ख्याल रखते हैं। हमारे नेता और हमारी पार्टी जो तय करती है या जो कहती है वही करती है। आप ही लक्ष्मी, दुर्गा और काली हैं, आप सर्वशक्तिमान हैं जब आप जाग जाएंगी, सतर्क हो जाएंगी तो कुछ भी नामुमकिन नहीं। जब आप ठान लेंगी तो विरोधी एक- एक सीट के लिए तरस जायेंगे। आप सभी आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर शपथ लीजिए कि आपके नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिला सशक्तिकरण के लिए इतिहास में जो बेमिसाल काम किया है उस संदेश को घर घर पहुंचाने का काम करेंगी। उनकी नीति, उनके विचारों और उनके आदर्शों के फलस्वरूप आज सबसे निचले स्तर पर भी प्रधान रूप में महिलाएं खड़ी हैं। जदयू एकमात्र पार्टी है जो महिलाओं को इतना अधिकार देने का काम करती है, उनके समर्थन में पूरी सरकार कर दी है। हम दावा करते हैं कि आने वाले समय में लाल किला पर झंडा फहराने से उन्हें कोई रोक नहीं सकता।