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चुन्नु सिंह
- माघी पूर्णिमा के शुभ अवसर पर झारखंड के साहिबगंज जिला मुख्यालय नमामि गंगे घाट पर महाआरती का आयोजन किया गया और स्वच्छता अभियान चलाकर गंगा को स्वच्छ रखने का संदेश दिया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगा में पुण्य की डुबकी लगाई और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।
श्रद्धालुओं को गंगा में प्लास्टिक, पॉलिथीन, थर्माकोल, साबुन, शैंपू और अन्य कचरा न डालने के लिए जागरूक किया गया। गंगा जल को पवित्रता और आस्था का प्रतीक बताते हुए लोगों से इसे स्वच्छ बनाए रखने की अपील की गई।
संत रविदास जयंती पर गूंजा – “मन चंगा तो कठौती में गंगा”
संत रविदास जयंती के अवसर पर गंगा घाटों पर उनके द्वारा दिए गए पर्यावरण संरक्षण के संदेश को ध्वनि विस्तारक यंत्रों के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाया गया। इस दौरान गंगा के तटों और किनारों पर फैली गंदगी को उठाकर कूड़ेदान में डाला गया। श्रद्धालुओं द्वारा विसर्जित पूजा सामग्री के अवशेषों को गंगा जल से बाहर निकालकर उचित स्थान पर एकत्रित किया गया।
साप्ताहिक गंगा आरती एवं स्वच्छता संकल्प
गंगा की स्वच्छता एवं संरक्षण के लिए प्रत्येक मंगलवार को साप्ताहिक गंगा आरती का आयोजन किया जाता है। माघी पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर मां गंगा की विशेष आरती उतारी गई और स्वच्छता का संकल्प लिया गया।
इस अवसर पर डॉ. रणजीत कुमार सिंह ने कहा कि संत रविदास ने अपने जीवन में पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। उनके अनुसार, “मन चंगा तो कठौती में गंगा” अर्थात स्वच्छ मन और कर्म से ही वास्तविक आस्था प्रकट होती है। हमें अपने कार्यों से पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए।
आयोजन में सिटी मैनेजर ब्रजेश कुमार यादव, पवन कुमार, आदित्य कुमार राज, पुरोहित आदर्श ओझा सहित दर्जनों श्रद्धालु उपस्थित रहे।