चुन्नु सिंह
पीरपैंती (भागलपुर)
पीरपैंती थाना क्षेत्र के पीरपैंती नगर पंचायत के वार्ड नंबर दस के वार्ड सदस्या सोनी देवी के 25 वर्षीय पुत्र सूरज कुमार को संदिग्ध अवस्था में मृत पाया गया है । सूरज सेरमारी बाजार स्थित बिंदास रेडीमेड के ठीक सामने अपने आवास में फंदे से लटकता पाया गया । सूरज दक्षिण ग्रामीण बैंक के ठीक बगल में अपने घर के सामने वाले कमरे में “वर्ल्ड वाइड” नाम से साइबर कैफे चलाता था । घटना की सूचना मिलते हीं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी टू अर्जुन प्रसाद गुप्ता , पीरपैंती थाना अध्यक्ष नीरज कुमार पुलिस दल बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और घटना स्थल को अपने कब्जे में ले लिया । खबर आग की तरह फैली और सूरज के घर के सामने सुबह से शाम तक लोगों का तांता लगा रहा ।
सूरज बहुत हीं व्यवहार कुशल लड़का के रूप में जाना जाता था । घटना की तुरंत वरीय पुलिस अधीक्षक को सूचना दी गई और एसएफएल की टीम को घटना स्थल पर साक्ष्य संकलन के लिए बुलाया गया । देर शाम करीब पांच बजे एसएफएल टीम भागलपुर से सेरमारी बाजार पहुंची और सूरज के घटना वाली कमरे में और सूरज के शरीर पर से गहनता से साक्ष्य संकलन किया । इस दौरान पुलिस घटनास्थल को अपने कब्जे में ले रखा था और किसी भी बाहरी व्यक्ति को घटना स्थल के नजदीक भी जाने की इजाजत नहीं थी । सूरज की मां और पीरपैंती नगर पंचायत के वार्ड नंबर दस की वार्ड सदस्या सोनी देवी राखी में अपने मायके भाई को राखी बांधने गई हुई थी । छोटा भाई भी बहन के यहां राखी बंधवाने गया था । दोनों में से कोई लौट कर नहीं आया था । इसी बीच बुधवार की रात्रि और शुक्रवार के सुबह के बीच सूरज के अनहोनी की घटना की खबर सामने आई है ।
इस संबंध में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी टू अर्जुन प्रसाद गुप्ता ने मीडिया को बताया की पुलिस हत्या और आत्महत्या दोनों बिंदुओं पर जांच कर रही है । साक्ष्य इकट्ठे किए गए हैं । एसएफएल की टीम भी अलग से साक्ष्य इकट्ठा की है । उन्होंने बताया की देर रात करीब देर रात तक सूरज मोबाइल पर ऑनलाइन था । आज गुरुवार सुबह 5.17 बजे तक सूरज का मोबाइल ऑनलाइन पाया गया है और आज सुबह करीब 8.00 बजे सूरज का मोबाइल फ्लाइट मोड में गया है । इसलिए ये आशंका जताई जा रही है की सुबह आठ बजे के बाद सूरज ने आत्महत्या की या हत्या की गई । सूरज कल बुधवार रात को करीब 10.12 मिनट पर होटल से खाना लाने के बाद मां से अंतिम बार बात किया था । आज गुरुवार को दिन के करीब 10.00 बजे जब सूरज के साइबर कैफे का स्टाफ दुकान खोलने आया और काफी देर दरवाजा खटखटाने के बाद भी सूरज ने दरवाजा नही खोला तो उसने सूरज के छोटे भाई और उसके दोस्तों को सूचना दी । तब जाकर मामले की जानकारी आसपास के मुहल्ले वालों को हुई ।