बिहार

मणिपुर की घटना पर केन्द्र सरकार को ध्यान देना चाहिए : नीतीश कुमार

मुख्यमंत्री ने कारगिल के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की

पटना। कारगिल विजय दिवस के अवसर पर आज गाँधी मैदान के समीप आयोजित राजकीय समारोह में राज्यपाल श्री राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार एवं उप मुख्यमंत्री श्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने शहीद-ए-कारगिल स्मृति स्थल पर कारगिल के अमर शहीदों को पुष्प चक्र (रिथ) अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर बिहार रेजिमेंटल सेन्टर दानापुर के सशस्त्र जवानों द्वारा कारगिल के अमर शहीदों को सलामी दी गयी तथा सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के कलाकारों द्वारा बिहार गीत एवं देशभक्ति गीतों के कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये ।

इस अवसर पर विधायक श्री अनिरूद्ध प्रसाद सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, पटना प्रमंडल के आयुक्त श्री कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, पटना जिला के जिलाधिकारी श्री चन्द्रशेखर सिंह, पटना जिला के वरीय पुलिस अधीक्षक श्री राजीव मिश्रा, मेजर जनरल श्री विशाल अग्रवाल, डिप्टी ब्रिगेडियर श्री अमित कुमार शर्मा सहित बड़ी संख्या में सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।

मणिपुर की घटना पर पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वहां जो कुछ भी हो रहा है उसपर केन्द्र सरकार को ध्यान देना चाहिए। महिलाओं के साथ गलत व्यवहार किया गया। विपक्ष इस मामले को लेकर एकजुट है। प्रधानमंत्री को इसका जवाब देना चाहिए।
विपक्षी एकजुटता से संबंधित पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम इसको लेकर लगे हुए थे। पहले पटना में विपक्षी एकता की बैठक हुई। कई दलों के लोग उसमें शामिल हुए। उस बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत हुयी थी जिसमें 100 से अधिक पत्रकार उपस्थित थे। उसके बाद बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक हुई। विपक्षी गठबंधन का नामकरण किया गया। बैठक में कई चीजें तय हुयी हैं और आगे भी चीजें तय होंगी। विपक्षी दलों की बैठक आगे और भी होती रहेगी। कौन कहां से चुनाव लड़ेगा, आगे और कैसे कार्यक्रम होंगे, इसके लिए जल्द पॉलिसी बनेगी। हमलोग मिलकर देश हित में काम करेंगे। विपक्ष की मीटिंग के बाद एनडीए की मीटिंग हुई। वे लोग देश के इतिहास को बदलना चाहते हैं। देश के इतिहास को बदलने नहीं दिया जाएगा। हमलोगों ने नई पीढ़ी को इतिहास से अवगत कराने के लिए अपने राज्य में कई कार्य किए हैं। देश के इतिहास को पहले बदलने की कोई कोशिश नहीं की गई। ये लोग देश के इतिहास को बदलना चाहते हैं, इसलिए हम उनसे अलग हो गए।
उन्होंने कहा कि हमलोगों ने बिहार में विकास के कई कार्य किये हैं। उनकी पार्टी के लोग कहते हैं कि केंद्र के सहयोग से विकास कार्य हुआ है। विकास कार्य हमलोगों ने अपने संसाधन से किया है और कर रहे हैं। यहां के कई कार्यों को केंद्र ने अपनाया है। हमलोगों का उद्देश्य है लोगों के हित में काम करना। हमलोग सबके हित में काम करते हैं। आपस में विवाद न हो, समाज में अच्छा माहौल रहे, इसके लिए काम कर रहे हैं। राज्य में अल्प वर्षापात की स्थिति उत्पन्न हई है, इसको लेकर सरकार गंभीर है। किसानों की मदद के लिए सरकार कार्य कर रही है। इसके लिए कैबिनेट से भी मंजूरी दे दी गई है। विपक्षी एकजुटता से भाजपा घबरा गई है। एनडीए नाम तो पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के समय का है। वे लोग एन०डी०ए० का नाम अब क्यों ले रहे हैं। एन०डी०ए० की बैठक इनके कार्यकाल में पहले कभी नहीं हुई। अब जो एनडीए की बैठक हुई है वो विपक्षी दलों के दबाव में हुयी है। एनडीए की बैठक में जो दल शामिल हुये हैं, उसमें कई दलों का लोग नाम भी नहीं जानते हैं।
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में हुए तबादले पर रोक लगाने के फैसले को लेकर पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों को सूचना मिली कि राजस्व एवं भूमि विभाग में अनावश्यक बहुत लोगों का ट्रांसफर हो गया है इसलिए सबसे बात कर फिलहाल ट्रांसफर पर रोक लगा दिया गया है।
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर पत्रकारों द्वारा पूछे गये सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार समय पर होगा। मंत्रिमंडल विस्तार में कोई समस्या नहीं है।

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