सहरसा के जिला मत्स्य पदाधिकारी 40 हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार, निगरानी की बड़ी कार्रवाई
मत्स्य विभाग में मचा हड़कंप , निगरानी के निशाने पर कई विभाग के अधिकारी

रिपोर्ट ~ चुन्नु सिंह
सहरसा / भागलपुर
सरकारी सिस्टम में भ्रष्टाचार की एक और परत खुली है। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने बुधवार को सहरसा के जिला मत्स्य पदाधिकारी सुबोध कुमार को 40 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई भागलपुर की विशेष निगरानी टीम द्वारा की गई, जिसने जाल बिछाकर भ्रष्टाचार के इस बड़े खिलाड़ी को धर दबोचा।
जानकारी के मुताबिक, सहरसा जिले के वनगांव थाना क्षेत्र निवासी टून्ना मिश्रा ने निगरानी विभाग में शिकायत दर्ज कराई थी। आरोप था कि मत्स्य पदाधिकारी द्वारा मत्स्य पालन योजना की स्वीकृति के बदले 40 हजार रुपये की रिश्वत मांगी जा रही थी। यही नहीं, गांव के अन्य लाभुकों पर भी कमीशन देने का दबाव बनाया जा रहा था।
शिकायत की पुष्टि के बाद निगरानी विभाग हरकत में आया और योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई करते हुए सुबोध कुमार को रंगेहाथ पकड़ा। उन्हें तुरंत भागलपुर स्थित निगरानी कोर्ट में पेश किया गया, जहां पूछताछ की जा रही है।
डीएसपी (निगरानी) सदानंद कुमार ने कहा, “सार्वजनिक योजनाओं में पारदर्शिता को बिगाड़ने वाले अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा रही है। रिश्वतखोरी किसी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
इस घटना से प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया है। एक बार फिर यह सवाल उठ खड़ा हुआ है कि क्या सरकारी योजनाएं सच में आम लोगों तक बिना ‘घूस’ के पहुंच पा रही हैं?
👉 रिश्वतखोरी का ये जाल कितना फैला है?
👉 और कितने लाभुक हैं जो दबाव में चुप हैं?
👉 क्या ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों की संपत्ति की भी होगी जांच?
इन सवालों के जवाब आने बाकी हैं, लेकिन फिलहाल निगरानी की यह कार्रवाई आम जनता में एक उम्मीद जरूर जगा गई है।