
पटना। जदयू मुख्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि शराबबंदी नीति पर भाजपा नेताओं का दोहरा चरित्र इनके घटिया और दूषित राजनीतिक संस्कार को उजागर करता है। शराबबंदी के खिलाफ बिहार सरकार पर बेबुनियाद आरोप लगाने से पहले भाजपा नेताओं को याद रखना चाहिए कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शराबबंदी नीति पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ की थी लेकिन बिहार भाजपा के नेता अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी आंख दिखाने का काम कर रहे हैं।
आगे उन्होंने कहा कि बिहार में जब शराबबंदी लागू किया गया था तब भाजपा के लोग विपक्ष में थें और विपक्ष में रहने के बावजूद उन्होंने शराबबंदी का समर्थन किया था लेकिन आज ये लोग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की छवि को खराब करने की मानसिकता से शराबबंदी का दुष्प्रचार कर रहे हैं।
नीरज कुमार ने भाजपा नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जब गुजरात, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड में जहरीले शराब के सेवन से लोगो की मृत्यु होती है तब इन लोगों का जुबान पर ताला लगा जाता है। हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जहरीले शराब से मरने वालों के लिए चार लाख रुपए की मुआवजे का ऎलान किया है ताकि पीड़ित परिवार को भविष्य में किसी भी तरह की दिक्कतें न हो लेकिन भाजपा बताए कि जहरीला शराब पीने से भाजपा शासित प्रदेशों में मरने वालों को कितना मुआवजा दिया जाता है? कुछ वर्ष पूर्व उत्तरप्रदेश के अंदर आजमगढ़ में खुलेआम सरकारी दुकान से जहरीली शराब की बिक्री की गई थी जिसमें कई लोगो की जान चली गई और इस घटना के बाद वहां के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने पीड़ितों के लिए केवल 2 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया था। भाजपा के नेता सिर्फ और सिर्फ झूठ और दुष्प्रचार के जरिए जनता को बरगलाने का काम करतें हैं।
जदयू प्रवक्ता अंजुम आरा ने भी मीडिया को सम्बोधित करते हुए कहा कि शराबबंदी कानून समाज सुधार की दिशा में एक निर्णायक पहल है। शराबबंदी लागू होने के बाद बिहार में महिलाओं के साथ होने वाली छेड़खानी की घटनाएं एवं साथ ही अन्य आपराधिक मामलों में भी भारी गिरावट आई है।
इस प्रेसवार्ता में मुख्यरूप से डाॅ. भारती मेहता, सुश्री अनुप्रिया और वासुदेव कुशवाहा उपस्थित थे।