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पटना। जदयू मुख्यालय स्थित कर्पूरी सभागार में जदयू व्यावसायिक एवं उद्योग प्रकोष्ठ तथा जदयू शिक्षा प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित विशेष कार्यक्रम में बिहार के विभिन्न शिक्षण संस्थानों से जुड़े 300 से अधिक युवाओं ने जदयू की सदस्यता ली। इस खास मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने विशेष रूप से उपस्थित होकर छात्र-छात्राओं को आशीर्वाद दिया।
विधानपार्षद सह कोषाध्यक्ष ललन सर्राफ ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार को उस ऊँचाई पर लेकर जाना चाहते हैं जहाँ से चाहकर भी कोई नीचे ना ला सके। उन्होंने बिहार को उसका पुराना गौरव लौटाया है। बिहार के युवाओं का ये सौभाग्य है कि वे ऐसे नेता के युग में हैं और उन्हें इनके नेतृत्व में काम करने का अवसर मिल रहा है। उन्होंने छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए कार्यों को नीचे तक पहुँचाएं तथा अवसरवादी ताकतों को मुँहतोड़ जवाब दें।
मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी फर्जी राष्ट्रवाद की आड़ में देश में उन्माद फैलाने की कोशिश कर रही है। देश के युवाओं को इनसे सतर्क रहने की जरूरत है। अंग्रेजों से पाँच-पाँच बार माफी मांगने वालों को ‘वीर’ कहकर महिमामंडित किया जा रहा है। हमारे राष्ट्रध्वज तिरंगा को अशुभ कहने वाले आरएसएस के लोग आज राष्ट्रवादी होने का ढोंग कर रहे हैं। स्वतंत्रता के आंदोलन में इनलोगों का योगदान शून्य है।
शिक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. अमरदीप ने अपने संबोधन में बिहार में पिछले 18 वर्षों में शिक्षा के क्षेत्र में हुए अभूतपूर्व कार्यों की चर्चा की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जब बिहार का शासन संभाला तब बिहार सरकार का कुल बजट 23,800 करोड़ था, जबकि 2023 में केवल शिक्षा का बजट 40,450 करोड़ का है। व्यावसायिक एवं उद्योग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष धनजी प्रसाद ने कहा कि पार्टी द्वारा चलाए जा रहे ‘‘हाटे बाजार-नीतीशे कुमार अभियान’’ को हमें बिहार के हर हाट और बाजार तक पहुँचाना है।
इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि हमें इस बात की बेहद खुशी है कि इतनी बड़ी संख्या में युवा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विचारों एवं विकास कार्यों से प्रभावित होकर जदयू से जुड़ना चाहते हैं और नए बिहार के निर्माण में योगदान देना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि जिन युवाओं के कंधों पर देश का भविष्य टिका हुआ है, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में वही युवा खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। 2014 में उन्होंने प्रतिवर्ष दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन करोड़ों युवा आज भी रोजगार की तलाश में भटकने को मजबूर हैं। महिला आरक्षण के संदर्भ में श्री कुशवाहा ने कहा कि मोदी सरकार का ये नया जुमला है। ये घोषणा धरातल पर कब उतरेगी, यह देखने की बात होगी। मोदी सरकार को महिला सशक्तिकरण की सीख श्री नीतीश कुमार से लेनी चाहिए। बिहार ने इस क्षेत्र में जो नजीर पेश की है, देश-दुनिया में उसका कोई मुकाबला नहीं है।