
आलोक नंदन शर्मा। बागेश्वर धाम के आचार्य धीरेंद्र शास्त्री पटना आगमन पर उनके उनके विरोध की पूरी तैयारी तेज प्रताप और उनके पूरे समर्थकों ने कर लिया है। वह 13 मई को पटना होते हुए नौबतपुर पहुंचन वाले हैं जहां वह ‘पवन सुत हनुमान’ की कथा सुनाएंगे। आचार्य धीरेंद्र शास्त्री के बिहार आगमन से संबंधित एक पोस्टर भी वायरल हो रहा है, जिसमें दिखाया जा रहा है कि एक युवक पटना के एक बस स्टैंड पर लगे हुए पोस्टर को फाड़ रहा है। संदेश स्पष्ट है, आचार्य धीरेंद्र शास्त्री का विरोध निश्चिततौर पर किया जाएगा।
साथ में तेज प्रताप यादव का एक पोस्टर भी वायरल हो रहा है,जिसमें कुछ युवकों के साथ वह लाठी और टोपी में दिखाई दे रहे हैं परेड करते हुए। साथ में संदेश भी दिया जा रहा है कि सांप्रदायिकता से हर स्तर पर लड़ने के लिए उनके द्वारा गठित धर्मनिरपेक्ष संघ के कार्यकता इस विरोध के लिए तैयार रहेंगे। जिस तरह से आचार्य धीरेंद्र शास्त्री की बिहार यात्रा को लेकर विवाद हो रहे हैं उससे इतना तो स्पष्ट हो गया है कि उनकी यह यात्रा धार्मिक से ज्यादा राजनीतिक हो गई है और जिस तरह से कर्नाटक के इलेक्शन में बजरंग बली को एक नये चुनावी अवतार में उतारा गया है उससे देखते हुए महागठबंधन के नेताओं की ओरसे भी इस यात्रा के औचित्य पर चिंतन मनन के बाद विरोध का रुख अख्तियार किया जा रहा है और इसे प्रदेश की फिजां खराब करने की कोशिश के रूप में भी देखा जा रहा है।
तेज प्रताप यादव शुरु से ही आचार्य धीरेंद्र शास्त्री का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कई मौकों पर कहा है कि आचार्य धीरेंद्र शास्त्री को बिहार दाखिल नहीं होने दिया जाएगा, कदम कदम पर विरोध किया जाएगा। बीजेपी भी खुलकर आचार्य धीरेंद्र शास्त्री के पक्ष में बोल रहे हैं।
‘क्या हम नहीं समझते हैं कि वे किस स्तर की पोलिटिक्स कर रहे हैं। कर्नाटक चुनाव में बजरंग बली के कट आउट को उनके कार्यकर्ता ढो रहे हैं, ये लोग देवी देवताओं तक का राजनीतिकरण कर रहे हैं। इनको हर स्तर पर जवाब देने के लिए हमलोग तैयार हैं’, बिहार में आचार्य धीरेंद्र शास्त्री के आगमन का पोस्टर फाड़ों मंडली में सक्रिय एक युवक ने कहा।
बता दें कि आचार्य धीरेंद्र शास्त्री के आगमन का पोस्टर फाड़ने का वीडियो इतनी सावधानी से तैयार किया गया है कि तीन टर्म तक पोस्टर को फाड़ने वाले शख्स का चेहरा दिखाई नहीं दे रहा है। लाइट कंपोजिशन से लेकर एक्शन तक बड़ी चतुराई के साथ शूट किया गया है, पोस्टर को फाड़ने वाले का चेहरा ही नहीं दिख है।
आचार्य धीरेंद्र शास्त्री बजरंग कथा 13 मई को नौबतपुर में होने वाली है। यह इलाका सवर्ण बेल्ट का है, और यहां कोई प्रवेश करके उन्हें किसी भी रूप में चुनौती दे उन्हें पसंद नहीं रहा है। इसलिए अब इस इलाके पर सुरक्षा और अमन चैन के वास्ते भी चौकसी बरती जा रही है।