पटना। बिहार के मजदूर बेमौत मारे जा रहें है दूसरे प्रदेशों में सरकार तमाशा देख रही है। बिहार में मजदूरों को रोजगार नही मिलने के कारण पेट का भूख मिटाने और परिवार के भरण-पोषण के लिए विवश होकर लाखों बिहारी मजदूर पलायन कर दूसरे प्रदेशों में जा रहें है। यह बात आज लोजपा(रा) के लेबर प्रकोष्ठ के द्वारा पार्टी मुख्यालय में आयोजित मजदूर दिवस समारोह में बोलते हुए पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. अरुण कुमार ने कहीं।
उन्होंने कहा कि 17 वर्ष पहले 2005 में जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सत्ता में आये थे,तो पहला वादा किया था कि बिहार को ऐसा बनायें की मजदूर, नौजवानों को रोजगार के लिए दूसरे प्रदेशों में जाना नही पड़ेगा। जो लोग पलायन कर बिहार से बाहर गए है, उन सबों को एक साल में बिहार बुलाया जायेगा। 17 वर्ष वित गया मजदूरों, बेरोजगारों को वापस बुलाना तो दूर पलायन भी नही रोक पाई सरकार। मुख्यमंत्री ने सच बोला या झूठ यह फैसला 2024-2025 में जनता करेंगी।
इस अवसर पर राष्ट्रीय महासचिव डॉ. सत्यानंद शर्मा ने कहा कि आज मजदूर दिवस है। खेत,खलियान, शहर और गांव, फेक्ट्री से लेकर संस्थान, पुल, रेल,सड़क के साथ-साथ सभी विकास कार्यों के नींव में मजदूर है। यही दौलत पैदा करते है, और इन्हें ही दलित कहा जाता है। पूँजी और श्रम में हमेशा संघर्ष होता रहा है। पूँजी को सत्ता में बैठे लोगों ने हमेशा साथ दिया और श्रम को नीचा दिखाया। चिराग पासवान ने बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ विजन डॉक्यूमेंट में मजदूरों के लिए बिहार में ही सभी सम्भावनाएँ विकसित करने का वादा किया है। 2025 में लोजपा (रा) की सरकार बनेंगी, तो एक साल में मजदूरों, बेरोजगारों के लिए बिहार वैसा बनेगा की बिहार के बाहर से मजदूर रोजगार के लिए आयेंगे यहां से किसी को बाहर नही जाना पड़ेगा। समारोह की अध्य्क्षता लेबर प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष प्रो. रामप्रवेश यादव ने किया,संचालन लेबर सेल के प्रधान महासचिव बिरजू पासवान ने किया।
समारोह को युवा लोजपा (रा) के राष्ट्रीय महासचिव अनिल कुमार पासवान,पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष विष्णु पासवान, लेबर सेल प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव बादल कुमार, लेबर सेल प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष जयकरण गुप्ता,महासचिव झपेरा ठाकुर, जिलाध्यक्ष पवन कुमार, गौतम केवर,छात्र नेता ऋषि कुमार, कार्यालय प्रभारी ओम प्रकाश भारती, सुरेश पासवान ने सम्बोधित किया।