
चुन्नु सिंह
राजमहल, 28 फरवरी 2025 (शुक्रवार)
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर मॉडल कॉलेज राजमहल के विज्ञान संकाय द्वारा “21 वीं सदी का विज्ञान” विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रणजीत कुमार सिंह ने की।
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस हर वर्ष 28 फरवरी को वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने और विज्ञान में करियर के प्रति छात्रों को प्रेरित करने के उद्देश्य से मनाया जाता है। यह दिन भारतीय वैज्ञानिक सर चंद्रशेखर वेंकट रमन द्वारा 1928 में ‘रमन प्रभाव’ की खोज के उपलक्ष्य में समर्पित है। इस वर्ष के राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2025 का विषय था—
“विकसित भारत के लिए विज्ञान और नवाचार में वैश्विक नेतृत्व हेतु भारतीय युवाओं को सशक्त बनाना” (Empowering Indian Youth for Global Leadership in Science and Innovation for Viksit Bharat)।
इस अवसर पर भारत के प्रथम राष्ट्रपति एवं भारत रत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद की पुण्यतिथि पर भी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। प्राचार्य डॉ. रणजीत कुमार सिंह ने कहा कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद की सार्वजनिक सेवा, प्रतिबद्धता और नैतिक मूल्यों ने राष्ट्र को एक नई दिशा दी।
कार्यक्रम में हुए महत्वपूर्ण आयोजन:
छात्र-छात्राओं के लिए विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की गई।
भू-विज्ञान विभाग द्वारा “राजमहल फॉसिल” प्रदर्शनी का आयोजन हुआ, जिसमें प्राचीन जीवाश्मों की दुर्लभ झलक देखने को मिली।
प्राचार्य डॉ. रणजीत कुमार सिंह ने कहा कि “भारतीय युवाओं को विज्ञान और तकनीक में सशक्त बनाना आज की आवश्यकता है।” वहीं डॉ. रमजान अली ने “वैज्ञानिक सोच और नवाचार से ही देश का विकास संभव है” की बात कही । डॉ. अमित कुमार ने “विज्ञान, समाज और पर्यावरण के बीच संतुलन बनाए रखने की बात पर बल दिया ।डॉ. अरविंद कुमार पांडे ने कहा कि “राजमहल क्षेत्र भूगर्भीय धरोहर से समृद्ध है, जिसे संरक्षित करने की जरूरत है।”वहीं श्रीमती अंकिता सिंह – “युवाओं को शोध और विज्ञान आधारित स्टार्टअप की ओर बढ़ने की जरूरत है।”
कार्यक्रम का संचालन एवं समापन:
मंच संचालन – डॉ. रमजान अली ने किया और धन्यवाद ज्ञापन – डॉ. अमित कुमार ने किया ।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं, संकाय सदस्यों एवं विज्ञान प्रेमियों की सहभागिता रही।