राजमहल स्टेशन का अमृत भारत योजना से कायाकल्प पूरा, अब यात्रियों को मिलेगा एयरपोर्ट जैसा अनुभव
22 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे उद्घाटन

- रिपोर्ट ~ चुन्नु सिंह
राजमहल, 20 मई:
पूर्व रेलवे के मालदा मंडल अंतर्गत राजमहल रेलवे स्टेशन अब पूरी तरह नए रूप में तैयार है। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत करीब ₹7.03 करोड़ की लागत से हुए इस कायाकल्प के बाद स्टेशन को आधुनिक सुविधाओं से लैस कर दिया गया है। अब यह स्टेशन न सिर्फ सफर का जरिया है, बल्कि एक सांस्कृतिक अनुभव भी बन गया है।
क्या-क्या बदला स्टेशन पर?
यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कई बड़े बदलाव किए गए हैं। स्टेशन भवन का अग्रभाग ( नया फसाड ) आकर्षक रोशनी और डिज़ाइन से सजा है, जो दूर से ही नज़र आता है।
- प्लेटफॉर्म को लंबा किया गया है ताकि लंबी ट्रेनें आसानी से लग सकें।
- चौड़ा सर्कुलेटिंग एरिया और पैदल यात्रियों के लिए सुगम रास्ते बनाए गए हैं।
- प्रतीक्षालयों का नवीनीकरण कर उन्हें और आरामदायक बनाया गया है। इसमें प्रथम श्रेणी, द्वितीय श्रेणी, महिला प्रतीक्षालय, रिजर्व्ड व एग्जीक्यूटिव लाउंज शामिल हैं।
- दिव्यांग यात्रियों के लिए विशेष सुविधा, रैंप और शौचालय का निर्माण किया गया है।
- स्टेशन पर बड़ी इनडोर वीडियो वॉल, नए साइनेज और आकर्षक मूर्तियों की स्थापना की गई है।
- सजावट में स्थानीय कला और ऐतिहासिक विरासत की झलक दी गई है, जिससे स्टेशन का अपना सांस्कृतिक चरित्र उभर कर सामने आता है।
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, यह कायाकल्प पूरी तरह यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने और स्टेशन को बहु-आयामी केंद्र के रूप में विकसित करने के मकसद से किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 मई को इस नवनिर्मित स्टेशन का औपचारिक उद्घाटन करेंगे। राजमहल स्टेशन के विकास के संबंध में मालदा डीआरएम ने खुद जानकारी दी ।
राजमहल स्टेशन का यह नया रूप न केवल क्षेत्र की पहचान को मजबूत करता है, बल्कि रेलवे के बदलते चेहरे की भी तस्वीर पेश करता है। अब यहां सफर की शुरुआत होगी एक नई ताजगी के साथ।