
चुन्नु सिंह
राजमहल, साहिबगंज, 25 मार्च 2025:
आदिम जनजाति के प्रख्यात नेता बिशप पत्रास मालतो का मॉडल कॉलेज, राजमहल में भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रणजीत कुमार सिंह ने उन्हें अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया।
कॉलेज के प्राचार्य कक्ष में आयोजित विशेष बैठक में आदिम जनजाति के विद्यार्थियों के लिए शिक्षा संबंधी चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा हुई। बिशप पत्रास मालतो ने विद्यार्थियों की उच्च शिक्षा को सुगम बनाने के लिए हॉस्टल सुविधा की मांग को प्रमुखता से उठाया। उन्होंने कहा कि आदिम जनजाति के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए उन्हें सुरक्षित और सुव्यवस्थित आवासीय सुविधा उपलब्ध कराना बेहद जरूरी है।
इस मांग का समर्थन करते हुए प्राचार्य डॉ. रणजीत कुमार सिंह ने कहा, “शिक्षा हर छात्र का मौलिक अधिकार है, और हॉस्टल जैसी बुनियादी सुविधाएं मिलने से आदिम जनजाति के विद्यार्थियों को पढ़ाई में बेहतर अवसर मिलेंगे। जहां भी 10+2 कक्षाएं संचालित हैं, वहां आदिम जनजाति के लिए हॉस्टल की व्यवस्था अनिवार्य होनी चाहिए।”
बैठक के बाद प्राचार्य डॉ. सिंह ने बिशप पत्रास मालतो व अन्य अतिथियों को कॉलेज परिसर का निरीक्षण करवाया। आधुनिक शैक्षणिक आधारभूत संरचना देखकर बिशप पत्रास मालतो ने प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि आदिम जनजाति विशेष रूप से पहाड़िया समाज के विद्यार्थियों को मॉडल कॉलेज, राजमहल में नामांकन के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा ।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर बेंजामिन मालतो , देवदास मालतो, डॉ. रमजान अली, डॉ. अमित कुमार और डॉ. अरविंद कुमार पांडेय भी उपस्थित रहे।
बैठक के अंत में प्राचार्य डॉ. रणजीत कुमार सिंह ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “आदिम जनजाति के विद्यार्थियों की शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। कॉलेज प्रशासन विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए सदैव तत्पर रहेगा।”
कुल मिलाकर इस बैठक ने आदिम जनजाति के छात्रों की शिक्षा और उनके विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रखा, जिससे आने वाले समय में उनके लिए नए अवसरों के द्वार खुलेंगे।