मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में बिहार संग्रहालय समिति की शासी निकाय की द्वितीय बैठक संपन्न
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में 1 अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ में बिहार संग्रहालय समिति की शासी निकाय की द्वितीय बैठक संपन्न हुई। बिहार म्यूजियम (संग्रहालय) के महानिदेशक श्री अंजनी कुमार सिंह ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से शासी निकाय के विभिन्न एजेंडों की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने वित्तीय वर्ष 2021-2022 के वार्षिक प्रतिवेदन में बिहार म्यूजियम ( संग्रहालय) से संबंधित प्रमुख बातें, संग्रहालय द्वारा आयोजित कार्यक्रम, दर्शकों के भ्रमण एवं वित्तीय लेखा से संबंधित जानकारी दी। बैठक में इस वित्तीय वर्ष के बजट का भी अनुमोदन किया गया।
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार म्यूजियम (संग्रहालय) एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का संग्रहालय है, जहां बड़ी संख्या में लोग आते हैं। इस संग्रहालय का प्रबंधन और कार्यकलाप का संचालन बेहतर ढंग से करते रहें। बिहार म्यूजियम (संग्रहालय) की डिजाइन अंतरराष्ट्रीय टीम के द्वारा की गयी है। यह अद्भुत और विशिष्ट है। इस संग्रहालय का मेंटेनेंस अतिमहत्वपूर्ण है, इस पर विशेष ध्यान दें। बिहार म्यूजियम (संग्रहालय) में लगाये गये प्रदर्शों के ऐतिहासिक तथ्यों को बड़े शब्दों में और सहज ढंग से हिन्दी और अंग्रेजी में अंकित किया जाय ताकि लोगों को उस प्रदर्श के संबंध में ठीक ढंग से जानकारी मिल सके। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विद्यालय परिभ्रमण योजना के तहत बच्चे-बच्चियों को यहां भ्रमण कराते रहें ताकि वे ऐतिहासिक चीजों को बेहतर ढंग से जान सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना म्यूजियम (संग्रहालय) का भी विस्तार किया जा रहा है। पटना म्यूजियम (संग्रहालय) और बिहार म्यूजियम (संग्रहालय) को आपस में अंडर ग्राउंड कनेक्ट किया जा रहा है जब यह बनकर तैयार हो जाएगा तो यह भी अद्भुत होगा। इससे बाहर से आनेवाले लोगों को दोनों संग्रहालयों का एक साथ अवलोकन करने में सहूलियत होगी। पटना म्यूजियम (संग्रहालय) और बिहार म्यूजियम ( संग्रहालय) दोनों म्यूजियमों की व्यवस्थाओं के एक साथ बेहतर प्रबंधन और संचालन के लिए एक कमिटी बनाई गई है। कमिटी सभी चीजों की देखभाल करने के साथ ही अपने कार्य को ठीक से क्रियान्वित करते रहे। बिहार म्यूजियम और पटना म्यूजियम का मेंटेनेंस ठीक ढंग से कराते रहें, इसके लिए अधिकारी, अभियंता और कर्मचारी की आवश्यकता हो तो उनकी भी नियुक्ति कराएं। उन्होंने कहा कि संग्रहालय में रखे गए प्रदर्शों की जानकारी देनेवालों की भी व्यवस्था रखें ताकि लोगों को एक-एक चीज की जानकारी अच्छे से मिल सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कई बड़े-बड़े आइकॉनिक भवन बनाए गए हैं। सरदार पटेल भवन, सम्राट अशोक कन्वेंशन केन्द्र, आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय चाणक्या लॉ यूनिवर्सिटी जैसे कई संस्थानों के विशिष्ट भवन बनाए गए हैं, उन सभी का भी मेंटनेंस ठीक ढंग से कराते रहें ।
बैठक में कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री श्री जितेंद्र कुमार राय, बिहार संग्रहालय के महानिदेशक सह मुख्यमंत्री के परामर्शी श्री अंजनी कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्य सचिव श्री आमिर सुबहानी, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री दीपक कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव वित्त सह मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, नगर विकास एवं आवास विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री अरुणीश चावला, ऊर्जा सह लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के प्रधान सचिव श्री संजीव हंस, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग की सचिव श्रीमती बंदना प्रेयसी, पर्यटन विभाग के सचिव श्री अभय कुमार सिंह, भवन निर्माण विभाग के सचिव श्री कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह सहित अन्य वरीय अधिकारी मौजूद थे।