मुंगेर में दफादार-चौकीदार पंचायत का प्रमंडलीय धरना-प्रदर्शन
- एवजी एवं सेवानिवृत्ति बहाली के लिए विशेष अध्यादेश लाओ : केशर
लालमोहन महाराज, मुंगेर।एवजी आश्रितों एवं सेवानिवृत्ति बहाली सहित अन्य सुलगते सवालों को लेकर बिहार राज्य दफादार-चौकीदार पंचायत का एकदिवसीय धरना-प्रदर्शन शहीद स्मारक के समक्ष राष्ट्रीय महासचिव डॉ० संत सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष जीतू सिंह, राज्य उपाध्यक्ष रामविलास पासवान एवं प्रमंडलीय अध्यक्ष संजय केशरी के नेतृत्व में दिया गया।
प्रमंडलीय धरना-प्रदर्शन को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय महासचिव डॉ० संत सिंह ने कहा कि बिहार सरकार दफादार-चौकीदार के साथ भेद-भाव कर रही है। जिस कारण सरकारी वकील द्वारा बिहार चौकीदार संवर्ग नियमावली 2014 को उच्च न्यायालय द्वारा समाप्त कर दिया गया है। बिहार सरकार द्वारा इन्हें पुनः लागू कराने हेतु सेवानिवृत्त होने वाले दफादार-चौकीदारों के आश्रितों के बहाली के लिए अध्यादेश लायें। कार्यकारी अध्यक्ष जीतू सिंह एवं राज्य उपाध्यक्ष रामविलास पासवान ने पच्चीस फरवरी के पूर्व चयनित स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र निर्गत करने की मांग करते हुए कहा कि बिहार चौकीदार संवर्ग नियमावली 2019 को वापस लेकर पुनः चौकीदार का निलंबन एवं वेतन जिला पदाधिकारी के यहां रखा जाय। अपने संबोधन में मुंगेर प्रमण्डलीय अध्यक्ष संजय केशरी ने कहा कि बिहार सरकार एवजी आश्रितों एवं सेवानिवृत्ति बहाली के लिए विशेष अध्यादेश लायें नहीं तो चौकीदार बिहार सरकार की चूलें हिला देगा। मुंगेर जिला अध्यक्ष रावण पासवान एवं महासचिव मो० इंसान ने चौकीदार को दफादार एवं दफादार को वरीय दफादार में प्रोन्नत करने का मांग किया। धरना के पश्चात डॉ० संत सिंह एवं संजय केशरी के नेतृत्व में पांच सदस्यीय शिष्टमंडल मुंगेर प्रमण्डलीय आयुक्त से मुलाकात कर वार्ता कर अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा।
इनके अलावा मुंगेर जिला प्रवक्ता अशोक पासवान, बिहार राज्य दफादार चौकीदार पंचायत के धरहरा अंचल अध्यक्ष प्रेम प्रकाश पासवान, अनूप पासवान, रणधीर पासवान, राकेश कुमार ,सहेन्द्र पासवान, बलराम प्रसाद निराला, बेगुसराय जिला अध्यक्ष कमलेश्वरी ठाकुर, उपाध्यक्ष सुनील पासवान, कोषाध्यक्ष अमरजीत पासवान, खगड़िया जिला अध्यक्ष मो० जियाउद्दीन, महासचिव इन्द्रसेन प्रसाद, बिष्णुधारी पासवान, विमल साल, सनोज पासवान, रवीन्द्र पासवान, मो० शमशाद, नन्द किशोर पासवान, भंगी पासवान, समरजीत पासवान, नन्दन यादव एवं मुकेश पासवान सहित अन्य दफादार-चौकीदार थे।