ममता मेहरोत्रा की गीता पर आधारित दो पुस्तकों का विमोचन
पटना। कालिदास रंगालय में भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने 18वें प्रेमनाथ खन्ना आदि शक्ति पुरस्कार समारोह का उद्घाटन किया। समारोह में लिट्रा पब्लिक स्कूल के चेयरमैन अमित प्रकाश, दिल्ली पब्लिक स्कूल ईस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी मनीष आनंद तथा प्रसिद्ध लेखिका एवं शिक्षाविद् ममता मेहरोत्रा उपस्थित रहीं। समारोह में मंत्री अशोक चौधरी ने ममता मेहरोत्रा द्वारा लिखित दो पुस्तकों इंटरप्रिटेशन ऑफ द श्रीमद् भागवत गीता तथा कृष्णा कॉन्साइज़नेस का विमोचन किया। उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि ममता मेहरोत्रा विदुषी महिला हैं और 60 से अधिक पुस्तकों का लेखन वह कर चुकी हैं। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में गीता के ज्ञान के प्रति रुझान बढ़ा है। जो लोग गीता को समझना चाहते हैं उनके लिए ममता मेहरोत्रा कि यह दोनों पुस्तकें काफी मददगार रहेंगी। गीता एक पवित्र ग्रंथ है और हर व्यक्ति को गीता पढ़नी चाहिए। गीता एक विशाल सागर की तरह है जिसे अपने अपने तरीके से सैकड़ों विद्वानों ने परिभाषित किया है । हर काल और परिस्थिति में गीता का ज्ञान हमारा मार्गदर्शन करते हैं। वस्तुतः भारतीय दर्शन को समझने के लिए गीता से बेहतर कोई और माध्यम नहीं है। ममता मेहरोत्रा की इन दोनों पुस्तकों से श्रीमद् भगवत गीता तथा भगवान श्री कृष्ण के जीवन चरित्र को बेहतर तरीके से समझ पाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि लेखिका ममता मेहरोत्रा अपने कलम के माध्यम से समाज और संस्कृति की जिस प्रकार से सेवा कर रही हैं, वह अतुलनीय है।
अपनी पुस्तकों का परिचय देते हुए लेखिका ममता मेहरोत्रा ने कहा कि गीता एक ऐसी ईश्वरीय वाणी है जिसमें धर्म संवाद के माध्यम से मैं कौन हूं,यह देश क्या है, इस देह के साथ मेरा आदि और अंत है, मृत्यु के पश्चात मेरा अस्तित्व रहेगा अथवा नहीं जैसे प्रश्नों के उत्तर भगवान श्री कृष्ण ने बड़े ही सहज ढंग से दिए हैं। गीता ज्ञान का भंडार है जिसमें 700 श्लोक और 18 अध्याय हैं। इसके उपदेशों को सरलता और सहजता से समझाने के लिए दोनों पुस्तक लिखी गई हैं।
पुस्तक विमोचन के बाद लिट्रा पब्लिक स्कूल के बच्चों द्वारा समूह गान तथा नाटकों की प्रस्तुति की गई जिसमें सराहना सभी उपस्थित लोगों ने की। अध्ययन आर्ट एकेडमी के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया गया और उसके बाद कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। ममता मेहरोत्रा की कहानी जुर्म पर आधारित नाटक का मंचन बिहार आर्ट थियेटर के कलाकारों द्वारा किया गया। नाटक का निर्देशन उपेंद्र कुमार ने किया।