आरा। आरा में जदयू पटना प्रमंडल (1) संगठन के समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने की। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं से कहा कि 2024 में भाजपा मुक्त भारत बनाने के संकल्प को साकार करने के लिए हमें मिलकर मिशन मोड में काम करने की आवश्यकता है। पूरा देश आज बिहार के तरफ विश्वास की नजरों से देख रहा है, इस निर्णायक क्षण में जदयू के कार्यकर्ताओं पर विशेष जवाबदेही है। बापू ने कहा था की देश का विकास गांव के विकास के बगैर संभव नहीं है, ठीक उसी प्रकार पार्टी के प्राथमिक इकाइयों को सशक्त किए बगैर संगठन को सशक्त करना भी संभव नहीं है। इसलिए हमे निचली इकाइयों को मजबूत बनाने पर अधिक जोर देना है।
उन्होंने कार्यकर्ताओं से यह भी कहा कि यह पार्टी एक परिवार है और परिवार के सदस्य के नाते संगठन से सम्बंधित हर सुझाव को आप बेझिझक पार्टी के पटल पर रख सकते हैं। यह पार्टी आपकी है और आप सभी लोगों को इस पार्टी को मजबूत करने की दिशा में ईमानदारीपूर्वक कार्य करना है।
उमेश कुशवाहा ने कहा कि आज देश के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय यह है कि भाजपा भारत के महान लोकतंत्र और संविधान के साथ खिलवाड़ कर रही है। भाजपा के शासनकाल में जन-समस्या पर बात करना मानो अपराध बन चुका है, जनता के हक की बात करने वाले विपक्ष के नेताओं पर सरकार अपनी जांच एजेंसियों के माध्यम से दबाव बना रही है। आज देश में अघोषित रूप से आपातकाल लागू हो चुका है। मोदी सरकार में भारत की अर्थव्यवस्था रसातल में चली गई है, जिसका खामियाजा देश के आम नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है। भाजपा की सरकार का देश के गरीबों से कोई लेना-देना नहीं है और ना ही गरीबों का दुख दर्द इन्हें महसूस होता है। भाजपा की सरकार ने खाने-पीने की वस्तुओं पर बेतहाशा टैक्स लगाकर यह दर्शा दिया की उनकी मानसिकता गरीब विरोधी है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हमारी लड़ाई भाजपा के जनविरोधी और संविधान विरोधी मानसिकता के खिलाफ् हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में एकजुट हुआ देश का विपक्ष भाजपा मुक्त भारत बनाने के संकल्प के साथ निरंतर आगे बढ़ रहा है। विपक्षी एकजुटता है घबराई भाजपा एनडीए का कुनबा तैयार कर रही है, जिन 38 दलों के साथ होने का दावा भाजपा कर रही है उनमें 24 दल ऐसे हैं जिनका लोकसभा में एक भी सांसद नहीं है फिर भी उनको साथ रखना भाजपा की छटपटाहट और बौखलाहट का प्रमाण है। भाजपा को एहसास हो चुका है कि 2024 में उनकी विदाई तय है, सत्ता बचाने का हर प्रयास 2024 में नाकामयाब साबित होगा।
साथ ही उन्होंने ने कहा कि पौराणिक, धार्मिक एवं ऐतिहासिक महत्व के मामले में भी भोजपुर की कोई सानी नहीं। यहां की धरती राजा मोरध्वज की न्याय भूमि रही है। राजा टोडरमल ने भी यहीं से सम्राट अकबर के समय में भूमि सुधार का कार्य प्रारंभ किया था और पांडवों ने अज्ञातवास के दौरान माता कुन्ती सहित आरा के भलुहीपुर में आश्रय लिया था और बकासुर राक्षस का वध किया था। भोजपुर वीरों की धरती रही है। इस धरती की कोख में ब्रिटिश हुकूमत की चूलें हिला देने वाले वीर सपूतों और शहीदों की अनगिनत कहानियां छिपी हैं। 1857 के महान योद्धा बाबू वीर कुंवर सिंह तो भोजपुर के पर्याय ही हैं। सन् 1942 के अगस्त क्रांति में भी इस जिले ने अहम भूमिका निभायी। इस भूमि का जितना यशोगान किया जाए उतना कम होगा और हमें विश्वास है कि भाजपा मुक्त भारत बनाने के सपनों को साकार करने में भोजपुर की भूमिका महत्वपूर्ण होने वाली है।
वही इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय सचिव सह एमएलसी रविंद्र प्रसाद सिंह, मुख्यालय प्रभारी चन्दन कुमार सिंह, राष्ट्रीय महासचिव सह पूर्व मंत्री भगवान सिंह कुशवाहा, पूर्व मंत्री सन्तोष कुमार निराला, प्रमण्डल प्रभारी राज किशोर प्रसाद, जदयू के एमएलसी राधाचरण साह, पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह, पूर्व विधायक वशिष्ठ सिंह, पूर्व विधायक वीरेंद्र यादव, पूर्व विधायक ललन पासवान, पूर्व विधायक प्रभुनाथ राम, भोजपुर के जिला अध्यक्ष संजय कुमार सिंह, बक्सर के जिला अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, रोहतास के जिलाध्यक्ष अजय कुशवाहा, कैमूर के जिलाध्यक्ष सह पूर्व विधायक प्रमोद गुप्ता, आरा नगर के जिलाध्यक्ष जयप्रकाश चौधरी एवं भोजपुर, आरा, बक्सर, रोहतास, कैमूर जिले के सभी विधानसभा के प्रभारीगण एवं सभी प्रकोष्ठों के अध्यक्ष मौजूद थे।