- भारत माता को दुखित करने वाली प्रवृतियों का बीज नहीं समूल नष्ट करने की जरूरत : नित्यानंद राय
- पंडित शुक्ल चंपारण सत्याग्रह के सूत्रधार ही नहीं, बल्कि सफल राष्ट्रीय स्वाधीनता संग्राम की मजबूत नींव थे : विजय सिन्हा
पटना। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि पंडित राजकुमार शुक्ल ने सही अर्थों में आजादी की नींव रखने का काम किया। शुक्ल जी के बुलावे पर ही मोहनदास करमचंद गांधी चंपारण आए और महात्मा बने। उन्होंने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि स्वतंत्रता सेनानी राजकुमार शुक्ल जी को अब तक की सरकारों ने वह सम्मान नहीं दिया जिसके वह हकदार थे।
सम्राट चौधरी भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित पंडित राजकुमार शुक्ल जयंती समारोह को संबोधित करते हुए लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि अगर बिहार में अकेले भाजपा की सरकार बनी तो शुक्ल जी की जयंती दिवस पर राजकीय समारोह आयोजित की जाएगी।
उन्होंने शुक्ल जी के समाज के लोगों से वादा किया कि भाजपा महान स्वतंत्रता सेनानी के सम्मान की लड़ाई भाजपा लड़ेगी और उसे मंजिल तक पहुंचाएगी। उन्होंने कहा कि शुक्ल जी किसी धर्म, जाति के नहीं थे, वे देश के आजादी के दीवाने थे, जिन्होंने आजादी की नीव रखी।
श्री चौधरी ने लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि आज जरूरत है कि शुक्ल जी के नक्शे कदम पर चले, जहां जाति, धर्म नहीं देश प्राथमिकता हो।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि
आजादी की लड़ाई में पंडित शुक्ल की अहम भूमिका रही। उनके त्याग और बलिदान को कृतज्ञ राष्ट्र सदैव याद रखेगा। उन्होंने कहा कि राय ने आजादी के बाद देश के विभाजन पर कहा कि देश की आजादी में मर मिटने वालों ने देश के विभाजन का सपना नहीं देखा था। उस समय सरदार वल्लभ भाई पटेल और राजेंद्र प्रसाद तक ने इसका विरोध किया था।
उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने के साथ भारत माता की खुशियों के लिए भी हमें आगे रहना होगा। उन्होंने कहा कि भारत माता को दुखित करने वाली प्रवृतियों का बीज नष्ट करने से नहीं बल्कि उनके समूल नष्ट करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री जी एक भारत और सर्वश्रेष्ठ भारत का सपने को पूरा करने के लिए आगे बढ़े हैं।
इधर, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने इस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि पंडित शुक्ल चंपारण सत्याग्रह के सूत्रधार ही नहीं, बल्कि सफल राष्ट्रीय स्वाधीनता संग्राम की मजबूत नींव थे। उनके प्रयास ने बापू को चंपारण बुलाया और उन्हें विश्व के सबसे बड़े कृषक आदोलन का नेतृत्व देकर स्वाधीनता संग्राम को राष्ट्रीय पटल पर स्थापित किया। आजादी के लिए शुक्ल जी ने अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया।
उन्होंने कहा कि इतिहासकारों ने उनके संघर्ष के गाथा को इतिहास में जो जगह मिलनी चाहिए थी उसे नहीं दी है।
इस कार्यक्रम का संयोजन भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय कार्य समिति सदस्य अर्चना राय भट्ट ने किया l
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सतीश भट्ट ने किया l इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से भाजपा के प्रदेश महामंत्री ललन मंडल,प्रदेश उपाध्यक्ष अमृत भूषण ,एल पी राय , ललन शर्मा, बीके पाल आनंद राज, शशि भूषण भट्ट राकेश राघव ,धर्मेद्र भट्ट (अंतर्राष्ट्रीय चेस खिलाड़ी) ,रामचंद्र प्रसाद (पूर्व साइंटिस्ट ) प्रभात कुमार, प्रीतेश रंजन सिंह सहित सैकड़ो लोग उपस्थित थे ।