पटना। बिहार प्रदेश जदयू मुख्यालय स्थित कर्पूरी सभागार में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए और गीता पर हाथ रखते हुए मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि स्वतंत्र भारत में नरेन्द्र मोदी इकलौते ऐसे नेता हुए जिन्होंने सार्वजनिक स्थलों से अतिक्रमण हटाने के नाम पर बेरहमी से मंदिरों को तोड़ा। इतना ही नहीं, 2019 में जब केन्द्र में नरेन्द्र मोदी की सरकार थी, तब भी इस पर सहमति जताई गई और भाजपाशासित प्रदेश के पदाधिकारियों ने सक्षम न्यायालय में हलफनामा दायर कर अतिक्रमण हटाने के नाम पर मंदिरों के तोड़े जाने पर सहमति दी। उक्त प्रेस कांफ्रेंस में नीरज कुमार के साथ ही प्रदेश प्रवक्ता श्री अभिषेक झा एवं जदयू शिक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ.अमरदीप भी मौजूद थे।
नीरज कुमार ने नरेन्द्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भारतमाता मंदिर को तोड़ा गया। यही नहीं, वहाँ 300 शिवलिंगों को भी तोड़ा गया जिनमें 150 शिवलिंग अभी भी वहाँ के लंका थाने में ‘कैद’ हैं। इसी तरह गुजरात में माँ अंबाजी मंदिर, राजेश्वरी माता मंदिर, पंचमुखी हनुमान मंदिर, चेहर माता मंदिर सहित विभिन्न मंदिरों को तोड़ा गया।
नीरज कुमार ने कहा कि बिहार में पटना के अशोक राजपथ पर बने प्राचीन माँ दुर्गा मंदिर को तोड़े जाने की सहमति भाजपा नेता और तत्कालीन पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने दी। जिला प्रशासन इस मंदिर को शीघ्र पुर्नस्थापित करेगा। आगे उन्होंने केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि उनके संसदीय क्षेत्र बेगूसराय में सिमरिया-खगड़िया परियोजना, एनएच-31 में कुल 15 मंदिर तोड़े गए। गौरतलब है कि उस सड़क के शिलान्यास कार्यक्रम में स्वयं गिरिराज सिंह भी मौजूद थे।
नीरज कुमार ने कहा कि भाजपा का मंदिर तोड़ो अभियान राजस्थान, मध्यप्रदेश, दिल्ली, उत्तराखंड, कर्नाटक, असम जैसे राज्यों में भी चला। वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का संस्कार हर धर्म को सम्मान देने का है। यहाँ राष्ट्रीय राजमार्ग से अतिक्रमण हटाने के दौरान जो भी मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे, चर्च टूटे उनके पुनर्स्थापन का कार्य या तो पूरा हो गया या चल रहा है। ये हमारी सरकार की प्रतिबद्धता है।
नीरज कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि भाजपा के सांसद, विधायक ने पटना स्थित सिद्धपीठ बड़ी पटन देवी जो धार्मिक न्यास बोर्ड से निबंधित है, के विकास के लिए सांसद या विधायक योजना से एक रुपए की अनुशंसा भी नहीं की, जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर जदयू के विधानपार्षदों श्री ललन कुमार सर्राफ, संजय कुमार सिंह, रवीन्द्र प्रसाद सिंह, अफाक अहमद खान, संजय सिंह और प्रो. रामवचन राय ने कुल 7 करोड़ 75 लाख रुपए चहारदिवारी और अन्य विकासात्मक कार्य के लिए दिए। गौरतलब है कि इनमें जदयू के नवमनोनीत विधानपार्षद श्री अफाक अहमद खान ने एक करोड़ 50 लाख रुपए की अनुशंसा कर साझा संस्कृति का परिचय दिया।
नीरज कुमार ने अंत में कहा कि मैं ये सारी बातें पवित्र गीता पर हाथ रखकर कह रहा हूँ। भाजपा को अगर नैतिक बल है तो वो भी गीता पर हाथ रखकर इसका जवाब दे। साथ ही उन्होंने कहा कि जदयू अभियान चलाकर भाजपा के नकली हिन्दुत्व के पाखंड का पर्दाफाश करेगी।