
रिपोर्ट ~ नवीन रॉय / चुन्नु सिंह
साहिबगंज : 15 अप्रैल 2025
साहेबगंज जिले के मंडरो अंचल में मंगलवार दोपहर उस वक्त हड़कंप मच गया जब प्रशासन की टीम ने अवैध खनन के खिलाफ गुप्त सूचना के आधार पर अचानक धावा बोला। इस ताबड़तोड़ कार्रवाई में प्रशासन ने 8 पोकलेन मशीनें जब्त की, जिन्हें खनन माफियाओं ने झाड़ियों और पहाड़ की तलहटी में चालाकी से छुपा रखा था। अवैध खनन क्षेत्र मिर्जाचौकी थाना क्षेत्र में पड़ता है। यह थाना क्षेत्र अवैध खनन के लिए शुरू से चर्चित रहा है । अवैध खनन को लेकर इस मिर्जाचौकी थाना क्षेत्र में ईडी की कई रेड पड़ चुकी हैं । पर यहां के स्थानीय जवाबदेह पदाधिकारियों की संरक्षण प्राप्त होने के कारण यहां कभी अवैध खनन रुकती नहीं है।
सूत्रों के अनुसार, जप्त मशीनें करोड़ों रुपये मूल्य की हैं और इनका इस्तेमाल बड़े पैमाने पर अवैध खनन में किया जा रहा था। कार्रवाई के दौरान खनन स्थल पर मौजूद सभी लोग मौके से भाग निकले, जिससे उनकी पहचान नहीं हो सकी। इतना ही नहीं, जांच में यह भी सामने आया कि इन स्थानों पर खतरनाक विस्फोटकों के इस्तेमाल की आशंका है।
छापेमारी का नेतृत्व अनुमंडल पदाधिकारी अमर जॉन आइंद ने किया। उनके साथ अंचल अधिकारी बासुकीनाथ टुडू, राजस्व उप निरीक्षक संजय गुप्ता, अंचल निरीक्षक मो० फारूक और QRT टीम ( क्वीक रिस्पॉन्स टीम ) शामिल रही। टीम जब बेलभद्री मौजा पहुंची तो वहां अफरा-तफरी का माहौल था। भागते लोगों ने दस्तावेज और सबूत वहीं छोड़ दिए।
प्रशासन ने सभी जब्त मशीनों को मिर्जाचौकी थाना प्रभारी की निगरानी में सौंप दिया है और अज्ञात खननकर्ता, पट्टाधारी, मशीन मालिकों और चालकों पर सख्त धाराओं में प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया गया है।
जिला प्रशासन की इस गुप्त और त्वरित कार्रवाई से खनन माफियाओं में खलबली मच गई है। इलाके में चर्चा है कि जल्द ही इस अवैध खनन में और भी बड़े नाम और उनको संरक्षण देने वाले स्थानीय अधिकारियों के नाम सामने आ सकते है ।