
पटना। आजादी के 75 वर्षों के बाद भी दलितों के हालात नही बदला। इनके शैक्षणिक, आर्थिक, समाजिक और राजनैतिक विकास का दरवाजा सिर्फ संघर्ष के माध्यम से खोला जा सकता है। जरूरत है निरंतर प्रयास और संघर्ष करने का। यह बात श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल पटना में लोजपा (रा) के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के द्वारा आयोजित समग्र दलित सम्मेलन में मुख्य अतिथि पद से बोलते हुए, लोजपा-(रा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद चिराग पासवान ने कहा कि बिहार बदहाल हो गया और दलित कंगाल हो गया। 17 वर्षो के शासनकाल में नीतीश कुमार की सरकार ने दलितों को सिर्फ बाटने का काम किया,इनके विकास के लिए कुछ नही किया। बिहार में दलितों की 3 करोड़ 16 लाख आबादी है,इसमें भारत के अनुसूचित जाति आयोग के रिपोर्ट के अनुसार 98ः गरीबी रेखा से नीचे है। गृहविहीन और भूमिहीन इस दलित समाज,जो सड़क, नदी,नहर,पइन,तलाब,अहरा, गैरमजरूआ जमीन पर गुलामी और बेवसी का जीवन जी रहें है। इनके राजनैतिक, समाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक विकास की बात चिराग पासवान करते है तो चिराग पासवान को तोड़ने का प्रयास किया जाता है, लेकिन हम टूटने वाले नही है। झुकने वाले भी नही है।
आगे चिराग पासवान ने कहा कि चैन की सांस नही लेंगे। निरंतर संघर्ष करेंगे। बिहार फस्र्ट, बिहारी फस्र्ट’ को जमीन पर उतारेंगे। इसी से शिक्षा, स्वास्थ्य, उधोग, रोजगार के बेहतर अवसर पैदा होगा। पलायन रुकेगा।
सम्मेलन की अध्य्क्षता अनुसूचित जाति/जनजाति प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष परशुराम पासवान ने किया, संचालन पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने किया।
सम्मेलन में एक राजनीतिक प्रस्ताव पास कर यह घोषणा किया गया कि 5 जुलाई से अनुसूचित जाति/ जनजाति प्रकोष्ठ गरीबों को 4 डिसमिल जमीन देने के लिए, दलितों पर बढ़ते जुल्म समाप्त करने के लिए,ताड़ी को शराबबंदी कानून से मुक्त करने के लिए,न्यायिक सेवा आयोग का गठन करने के लिए, न्यायिक सेवा में आरक्षण लागू करने के लिए और अन्य 11 मांगों के समथर्न में लोजपा-(रा) के अनुसूचित जाति/जनजाति प्रकोष्ठ राज्यव्यापी आन्दोलन करेंगी।
सम्मेलन को पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. सत्यानंद शर्मा,सतीश कुमार, युवा लोजपा-(रा) के राष्ट्रीय महासचिव अनिल कुमार पासवान, पार्टी के प्रधान महासचिव संजय पासवान, पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष विष्णु पासवान, अजय कुशवाहा, ई. रमेश सिंह,अशरफ अंसारी, एससी/एसटी के प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष गजेन्द्र मांझी, विजय पासवान, एससी/एसटी के प्रदेश महासचिव चुनचुन पासवान, सुदीप्त चैधरी, रामप्यारे प्रसाद नट, लाला शुमन भगत, अखिलेश रजवार, बिरेन्द्र तुरी सहित अनेकों वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किया।
उक्त आशय की जानकारी एससी/एसटी प्रकोष्ठ के मीडिया प्रभारी राजीव कुमार पासवान ने दिया।