पटना । जदयू मुख्यालय में आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम में बिहार सरकार की परिवहन मंत्री शीला मंडल एवं समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने प्रदेशभर से पहुंचे आमजनों की समस्याओं को सुनकर त्वरित समाधान हेतु संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
इस कार्यक्रम के दौरान जमुई की घटना पर पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में शीला मंडल ने कहा कि यह मामला स्वास्थ्य विभाग के संज्ञान में है। जांच के बाद जो भी लोग दोषी पाए जाएंगे उन पर निश्चित ही उचित कार्रवाई होगी। नीतीश कुमार एवं तेजस्वी प्रसाद यादव के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग बेहतर तरीके से काम कर रहा है, अगर कहीं कोई लापरवाही या चूक हुई है तो उस पर सरकार की पैनी नजर है।
बिहार में महागठबंधन की सरकार के एक साल पूरे होने पर उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बिहार के विकास और बिहार की जनता के कल्याण के प्रति प्रतिबद्ध है। विरोधियों की बयानबाजी से हमारी सरकार पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है, हम सिर्फ़ जनता की सेवा करना जानते हैं।
समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि भाजपा आज महागठबंधन कि सरकार के एक साल का हिसाब मांग रही है, हम एक साल का हिसाब देने के लिए तैयार है मगर भाजपा भी अपने 9 वर्षों के शासनकाल का हिसाब दे। प्रधानमंत्री मोदी ने दो करोड़ युवाओं को प्रतिवर्ष सरकारी नौकरी देने का वादा किया था लेकिन वह वादा आज भी अधूरा है, मोदी ने 15-15 लाख गरीबों के खाते हैं भेजने की बात कही थी मगर वह भी जुमला निकल गया।
उन्होंने आगे कहा कि महागठबंधन की सरकार ने युवाओं को जो भरोसा दिलाया था आज वह पूरा हो रहा है। बिहार पुलिस, शिक्षा विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग सहित कई अन्य विभागों में लाखों की संख्या में बहाली की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसके अलावा जातीय गणना का काम भी अंतिम दौर में है भाजपा के लोगों ने इसको रोकने का भी बहुत प्रयास किया था मगर न्यायालय से उन्हें असफलता हाथ लगी। नगर निकाय चुनाव के दौरान भी अतिपिछड़ा आरक्षण में अड़ंगा लगाने का पूरा प्रयास किया गया लेकिन माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दलित, पिछड़ा और अति पिछड़ा आरक्षण के पक्षधर रहें हैं, सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्धारित ट्रिपल टेस्ट की प्रक्रिया पुरी कराने के बाद माननीय मुख्यमंत्री ने प्रदेश में नगर निकाय चुनाव को संपन्न करवाया।
जनसुनवाई के दौरान पार्टी के प्रदेश महासचिव अरुण कुमार सिंह मौजूद थे।