बिहार के तीन कालेज में शुरू होगी नर्सिंग की पढ़ाई, दरभंगा एम्स के काम में भी आएगी तेजी
धर्मेन्द्र, नई दिल्ली।
केंद्रीय बजट में वित्त मंत्री सीतारमण ने 2014 के बाद स्थापित मौजूदा 157 मेडिकल कालेज अस्पतालों में नए नर्सिंग कालेजों की स्थापना की घोषणा की है। केंद्र की इस घोषणा का लाभ बिहार के तीन मेडिकल कालेजों को मिलेगा। ये मेडिकल कालेज पूर्णिया, बेतिया और मधेपुरा में हैं।मेडिकल कालेज पूर्णिया, बेतिया और मधेपुरा की स्थापना 2014 के बाद की गई है। अब इन कालेजों में नर्सिंग की पढ़ाई का रास्ता भी साफ हो गया है। लेकिन, नर्सिंग की पढ़ाई प्रारंभ करने के पूर्व इन संस्थानों में आवश्यक आधारभूत संरचना का विकास आवश्यक होगा। केंद्र की घोषणा का फायदा बिहार के सिर्फ तीन मेडिकल कालेजों को ही मिलेगा।हालांकि, भगवान महावीर आयुर्विज्ञान संस्थान पावापुरी की स्थापना भी 2014 के बाद हुई है, लेकिन चूंकि यहां पूर्व से नर्सिंग की पढ़ाई जारी है, लिहाजा केंद्र की इस घोषणा का फायदा इस संस्थान को नहीं मिलेगा। बता दें कि बजट में की गई घोषणा के अनुरूप यहां नर्सिंग की पढ़ाई के लिए 100-100 सीटों की व्यवस्था रहेगी। लेकिन, केंद्र सरकार चाहे तो संस्थान की नर्सिंग सीटों में वृद्धि भी कर सकती है।राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में बिहार को मिलेगा बड़ा हिस्सा केंद्र सरकार ने केंद्रीय बजट में देश में चल रहे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के बजट में एक हजार करोड़ रुपये से अधिक की बढ़ोतरी की है। वर्ष 2022-23 में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन का कुल बजट 33,708 करोड़ रुपये का था। इस बजट को 2023-24 में बढ़ाकर 36,785 करोड़ रुपये कर दिया है।
इसमें से बिहार को एक बड़ा हिस्सा मिलेगा। आगामी वर्ष में प्राप्त राशि से प्रदेश में कई योजनाओं का सफल संचालन संभव हो सकेगा। स्वास्थ्य विभाग का अनुमान है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मद में बिहार को करीब 17 सौ करोड़ रुपये से अधिक मिलने की उम्मीद है।राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अधीन बिहार में कई योजनाएं चल रही हैं। इस मिशन के तहत ही बिहार में संपूर्ण टीकाकरण अभियान चल रहा है। यह अभियान बिहार में सरकार के प्रयासों से काफी सफल रहा है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य परिवार सर्वेक्षण-5 की रिपोर्ट के अनुसार बिहार ने 85 प्रतिशत से अधिक बच्चों का संपूर्ण टीकाकरण का लक्ष्य प्राप्त करने में सफलता प्राप्त की है।केंद्र से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से प्राप्त राशि से बिहार में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्रों के साथ ही स्वास्थ्य से संबंधित आधारभूत संरचनाओं का निर्माण भी होता है। इसके अलावा संक्रामक रोग नियंत्रण कार्यक्रम, जननी सुरक्षा कार्यकम का संचालन भी इस योजना के तहत होता है।दरभंगा एम्स में बन सकेगा सुपर स्पेशलिटी ब्लाक व ट्रामा सेंटर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट में देश में बनने वाले नए एम्स के लिए बजट में 6,835 करोड़ रुपये का प्रविधान करने की घोषणा की है। केंद्र के एम्स के लिए किए गए बजट प्रविधान से बिहार के दरभंगा में बनने वाले एम्स को बड़ा फायदा होगा।बिहार सरकार ने हाल ही में दरभंगा एम्स के लिए यहां के शोभन में 150 एकड़ जमीन के आवंटन का प्रस्ताव स्वीकृत किया है। इसके बाद यह तय हो गया है कि शोभन में राज्य का दूसरा एम्स बनेगा। केंद्रीय बजट में नए एम्स के लिए किए गए प्रविधान से इस अस्पताल में सुपर स्पेशलिटी ब्लाक और ट्रामा सेंटर के निर्माण का रास्ता साफ हो जाएगा।ये दो ब्लाक प्रारंभ होने से यहां ओपीडी की सेवाएं भी प्रारंभ हो सकेंगी। 2023-24 में नए एम्स के निर्माण के लिए स्वीकृत राशि से दरभंगा एम्स के साथ ही झारखंड के देवघर, गुजरात के राजकोट, हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर, गुवाहटी एम्स, जम्मू में विजयपुर एम्स, तमिलनाडु में मदुरै एम्स, कश्मीर में अवंतिपुरा एम्स और हरियाणा में मनेठी एम्स निर्माण का रास्ता भी साफ हो गया है।