पटना। जदयू मुख्यालय में जनसुनवाई के दौरान बिहार सरकार में समाज कल्याण विभाग के मंत्री श्री मदन सहनी ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि नई संसद भवन के उद्घाटन समारोह से महामहिम राष्ट्रपति को अलग रखना देश के सर्वोच्च सवैंधानिक पद का घोर अपमान है। देश के गणतांत्रिक व्यवस्था का संरक्षक राष्ट्रपति होता है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से न करवाकर देश के सवैंधानिक मान्यताओं को कमजोर करने का प्रयास किया है।
सम्राट चौधरी और आरसीपी सिंह की जोड़ी पर उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बिहार के 12 करोड़ जनता का आशीर्वाद प्राप्त है। किसी के बहकावे में बिहार की जनता नहीं आने वाली है। भाजपा द्वारा समाज को बरगलाने का प्रयास कभी सफल नहीं होगा। जनता इनको अच्छे तरीके से पहचान चुकी है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ आनंद मोहन की मुलाकात को लेकर पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवालों पर मंत्री मदन सहनी ने कहा कि यह एक औपचारिक और शिष्टाचार मुलाकात है। राजनीतिक सन्दर्भों में इन विषयों को अत्यधिक तूल देना उचित नहीं है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आनंद मोहन पुराने साथी रहें हैं। उन दोनों की मुलाकात कोई असामान्य घटना नहीं है।