बढ़ रहे हैं भाकपा-माले के सदस्य, पेश हुआ पार्टी की मौजूदा सांगठनिक रिपोर्ट

- 27 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के 265 जिलों में अपना विस्तार
- नई केंद्रीय कमेटी के लिए पैनल पेश, चल रही है वोटिंग
पटना। भाकपा-माले के महाधिवेशन के अंतिम दिन केंद्रीय कार्यालय के सचिव प्रभात कुमार चौधरी द्वारा आज मौजूदा सांगठनिक स्थिति की रिपोर्ट पेश की गई। रिपोर्ट के मुताबिक पार्टी ने देश के 27 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के 265 जिलों में अपना विस्तार कर लिया है। पार्टी की सदस्यता बढ़कर 175931 हो गई है। विगत पार्टी महाधिवेशन में यह सदस्यता 150120 थी। पार्टी के जन संगठनों ने भी अपनी सदस्यता का विस्तार किया है।
ऐक्टु की सदस्यता 225128, खेग्रामस की 15 55 447, किसान महासभा की 495557, ऐपवा की 183590, आइसा की 56448 और RYA की 83814 है। निर्माण मजदूरों और रेलवे के बीच भी संगठन के कामकाज का विस्तार हुआ है।
पार्टी महाधिवेशन में 1639 सदस्यों की भागीदारी हो रही है। इनके अलावा महाधिवेशन में 160 पर्यवेक्षकों औरअतिथियों ने हिस्सा लिया। महिला प्रतिनिधियों की उपस्थिति 17% रही।
वरिष्ठ पत्रकार अनिल चमड़िया का संबोधन
पांच दिनों से सम्मेलन की बातें सुनकर ऊर्जा मिल रही है। इस सम्मेलन में खुलेपन का विस्तार देखने को मिला। यह सम्मेलन सिर्फ औपचारिकता नहीं पूरा कर रहा है, बल्कि एक हिम्मत का संचार कर रहा है। किसी समाज की चेतना नष्ट करने के लिए सबसे पहले उसकी भाषा को नष्ट किया जाता है। हिन्दू की हिन्दी और भारतीय गणराज्य की हिन्दी में बहुत अंतर है।
आदिवासी समाज की भाषा के सवाल को बहुत प्रमुखता से उठाना चाहिए।
नई केंद्रीय कमेटी के लिए पैनल पेश, चल रही है वोटिंग
नई केंद्रीय कमिटि के लिए निवर्तमान केंद्रीय कमेटी की ओर से दीपंकर भट्टाचार्य ने नया पैनल पेश किया। पैनल में 76 सदस्य हैं। इसके पूर्व आज 5 सदस्यों की केंद्रीय कन्ट्रोल कमिशन का भी चुनाव किया गया। केंद्रीय कमिटि के चुनाव के लिए वोटिंग का काम चालू है। इसके लिए चुनाव आयोग का गठन किया गया है। चुनाव आयोग की देखरेख में चुनाव की प्रक्रिया संचालित हो रही है।
वोटिंग के लिए राज्यवार प्रतिनिधियों की कतारें खड़ी की गईं और वे बारी बारी से अपना वोट कर रहे हैं। गठित चुनाव आयोग में एस के शर्मा, राधिका मेनन, प्रशांत शुक्ला आदि की टीम बनी है। चुनाव की प्रक्रिया देर शाम तक चलने की संभावना है। उसके बाद केंद्रीय कमिटी अपने भीतर से महासचिव और पोलित ब्यूरो का चुनाव करेगी।