लालमोहन महाराज ,मुंगेर
शिक्षा मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार कोरोना काल के दौरान ड्रॉप आउट रेट 20.6% तक पहुंच गया था ।शिक्षा मंत्रालय की शैक्षणिक सत्र 2023- 24 के लिए प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड की रिपोर्ट बताती है कि प्राथमिक कक्षा में भी नामांकन के बाद पढाई छोड़ने का दर पिछले दो वर्षों में बढा है एवं नामांकन अनुपात भी 65% से कम हुआ है। इसके लिए जरूरी है कि बच्चों को विद्यालय से जोड़ा जाए, क्योंकि इसकी नींव पर ही शिक्षित समाज का निर्माण संभव है। शिक्षा में व्यापक स्तर पर बदलाव लाने एवं बच्चों को विद्यालय से जोड़ने के लिए आई सक्षम संस्था के कार्यक्रम प्रबंधक प्रिंस कुमार सिंह के नेतृत्व में आई सक्षम के एडू लीडर्स अपने फैलोशिप प्रोग्राम के तहत “प्रत्येक बच्चा विद्यालय में” नामक मुहिम चला रही है। विगत वर्ष 2022 के अक्टूबर माह में फैलोशिप प्रोग्राम के तहत मुहिम की शुरुआत बिहार के तीन जिले गया, मुंगेर एवं जमुई के 11 प्रखंडों के 400 गांव में की गई थी। इस मुहिम में सबसे पहले घर-घर जाकर सर्वेक्षण करना, 6 से 14 वर्षों की आयु के और नामांकित बच्चों की पहचान करना और अभिभावकों को शिक्षा की महत्ता एवं सरकारी योजनाओं से अवगत कराना शामिल है। इसके बाद चिन्हित बच्चों की पहचान करके गांव के ही नजदीकी विद्यालयों में अभिभावक, प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकों की मदद से नामांकन कराना है ।साथ ही बच्चे रोज विद्यालय आएं एवं सीखने में रुचि लें ,इसके लिए उन्हें विभिन्न मनोरंजक गतिविधियों से जोड़ना भी है। अभी तक इस मुहिम के तहत 3 जिले में 1 लाख67 हजार 801 परिवारों का सर्वेक्षण किया जा चुका है एवं 5 हज़ार 8 सौ 94 विद्यालयों से वंचित बच्चों की पहचान की गई है। अभी तक तीन जिलों में 2हजार चार सौ15 बच्चों का नामांकन विभिन्न विद्यालयों में कराया जा चुका है। साथ ही शिक्षकों एवं अभिभावकों के बीच की दूरी को कम करने के लिए बैठकों का आयोजन भी किया जा रहा है। गौरतलब है कि आई सक्षम संस्था दो वर्षों का एडू लीडर्स फैलोशिप प्रोग्राम चलती है। इस प्रोग्राम के तहत तीन स्तंभ (व्यक्तिगत, सामुदायिक एवं शैक्षणिक) लीडरशिप पर सीखने एवं कार्य करने के अवसर प्राप्त होते हैं। आई सक्षम संस्था बिहार के पांच जिले बेगूसराय ,गया, मुंगेर ,जमुई और मुजफ्फरपुर में सक्रिय रूप से कार्य कर रही है ।संस्था द्वारा चलाए जा रहे फैलोशिप प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य वॉइस और चॉइस फॉर एवरी वूमेन है। वर्तमान में इस फैलोशिप प्रोग्राम से हजारों युवा जुड़कर अपने सपनों को साकार कर रहे हैं।