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चुन्नू सिंह
साहिबगंज (झारखण्ड)
बुधवार 14 फरवरी 2024 को मॉडल कॉलेज राजमहल में प्रकृति संग जीवन में नई सकारात्मक ऊर्जा के संचार हेतु बसंत पंचमी पर्व पर प्रकृति को नमन कर बसंत पंचमी मनाया गया। उपस्थित छात्र छात्राओं एवम् लोगों ने कहा की आने वाले पीढ़ी के भविष्य के लिए हम लोगों का जिम्मेदारी है कि उनके लिए हरियाली और खुशहाली के लिए कुछ देकर छोड़ कर और त्याग कर जाए।
मॉडल कॉलेज राजमहल में ज्ञान की अधिष्ठात्री मां सरस्वती, मां गंगा, भगवान भास्कर एवं प्रकृति की आरती उतारी गई । वाणी की देवी मां सरस्वती की पूजा के साथ बसंत ऋतु का स्वागत किया गया। प्रकृति को प्रणाम करके प्रकृति के प्रिय विषय नदी, वृक्ष से प्रेम ,साफ- सफाई, स्वच्छता जल प्राकृतिक संसाधन आदि से लोगों को जुड़ने का आवाह्न किया गया । प्राचार्य डॉ रणजीत कुमार सिंह ने कहा कि बसंत पंचमी प्रकृति से प्रेरणा लेने और जीवन को आनंदित करने का त्योहार है। प्रकृति संग जीवन में नई ऊर्जा का संचार है बसंत पंचमी। भगवान कृष्ण ने गीता में “ऋतु कुसुमाकर” कहकर बसंत को अपनी सृष्टि माना है। बसंत पंचमी वो समय है जब मौसम में, फसलों, भोजन, वस्त्रों में बदलाव देखे जा सकते हैं। यही प्रकृति से प्रार्थना करने का उपयुक्त समय भी है। उन्होंने कहा कि प्रकृति को प्रणाम करना आज इसलिए आवश्यक हो जाता है कि जिस तरह से हमारे बीच में से प्रकृति हमको छोड़ रही है वह हमारी निष्क्रियता ही है जिसके कारण प्रकृति ने मुंह मोड़ा है। उन्होंने कहा की यह जरूरी है कि हम सभी प्रकृति को प्रणाम करें और उससे प्रार्थना करें कि वह हम सब पर कृपा बनाए रखे। और हम प्रकृति के साथ ऐसे प्रयोग व व्यवहार करे और इस तरह उसकी सेवा करे ताकि वो हमें न त्यागे । आयोजन में “प्रवाह” एनजीओ के सहयोग से कार्यक्रम आयोजित किया गया ।
आयोजन में प्रमुख रूप से ओम प्रकाश प्रजापति , वकील ओम प्रकाश सिंह, कर्मी करमू महतो, मोहन सिंह , सुमित साह , बबलू हेंब्रम, श्याम लाल उरांव, प्रकाश महतो, सचिन , फूलन मेहर खातून मुसरफ जान्हा खुशी सोनम अभिषेक आदि उपस्थित रहे।