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पीरपैंती में भारत बंद असफल , खुला रहा बाज़ार.. सेरमारी चौक को जाम कर जताया विरोध 

भारत बंद समर्थकों ने उच्चतम न्यायालय के आदेश पर दी केंद्र को चेतावनी , जम कर हुई राजनीति  

चुन्नु सिंह

पीरपैंती ( भागलपुर)

21 अगस्त 2024 को एससी एसटी आरक्षण वर्गीकरण के विरोध में आहूत भारत बंद पीरपैंती और आसपास के बाजारों में पूरी तरह विफल रहा । सेरमारी , सुंदरपुर , पीरपैंती बाजार और इशीपुर बाराहाट में बाजार में बंद जैसा कोई नज़ारा नहीं दिखा ।

बैंक , कार्यालय , छोटी बड़ी दुकानें खुली रही । भाड़े के वाहन पैसेंजरों को ढोते दिखे ।आवागमन सामान्य रहा । वहीं भागलपुर से साहिबगंज के बीच ट्रेनों की आवागमन पर तनिक भी असर नहीं देखा गया । ट्रेनें सामान्य रूप से परिचालन होती रही । हालाकि आरक्षण वर्गीकरण विरोधी एससी एसटी वर्ग के लोग पीरपैंती रेलवे स्टेशन से सटे पश्चिम सेरमारी बाराहाट चौक को जाम कर विरोध प्रदर्शन का अपना विरोध जताया । वक्ताओं ने उच्चतम न्यायालय के बहाने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। निशाना साधने वालों में एनडीए घटक दल के नेता भी थे जो अपनी ही गठबंधन को काफी बुरा भला कह रहे थे । वो इसके लिए सीधा सीधा केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को दोषी ठहरा रहे थे । इस आंदोलन में जन स्वराज दल ,राजद , भाजपा और जदयू के नेता भी अपनी अपनी समर्थन देने पहुंचे थे । सबको अपना अपना नेतागिरी भुनाना था । सभी ने भुनाया भी । पर बड़ी बारीकी से इस आंदोलन को बड़ी माहिनि से राजद वाले अपने पक्ष में मार ले गए । दोपहर करीब दो बजे आंदोलन की समाप्ति की घोषणा हुई । इसके बाद एक मांग पत्र को आंदोलनकारियों ने प्रभारी अंचल अधिकारी मनोहर कुमार को सौंपा । इस आंदोलन को प्रमुख रूप से भाजपा के प्रदेश अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ के वरीय उपाध्यक्ष पिंटू मंडल , जन स्वराज के नेता निशिकांत मंडल , मुखिया घनश्याम दास , मुखिया गुणसागर रजक , पीरपैंती प्रखंड मुखिया संघ अध्यक्ष मुखिया टाइगर टुडु, मुखिया मनोहर मंडल आदि लोग शामिल और नेतृत्व कर रहे थे । इस आंदोलन को राजद के प्रखंड अध्यक्ष रंजित साह , युवा राजद जिला उपाध्यक्ष मुकेश कुमार यादव और सोनू यादव भी समर्थन देने पहुंचे थे ।

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