दिवंगत माता के द्वादश श्राद्ध कार्यक्रम पर स्वजनों की आंखें नम हो गई
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लालमोहन महाराज, मुंगेर
मुंगेर जिले के धरहरा निवासी 87 वर्षीय दिवंंगत निर्मला देवी के द्वादश श्राद्ध कार्यक्रम में स्वजनों की आंखें नम हो गई। श्राद्ध कार्यक्रम में पहुंचे नालंदा जिले के बेगमपुर गांव से पहुंचे पंडित अरविंद पांडे व खगौल लोको कॉलोनी निवासी विनोद कुमार उपाध्याय के द्वारा विधि विधान के अनुसार द्वादश कार्यक्रम संपन्न कराया गया। कार्यक्रम में उपस्थित दिवंगत निर्मला देवी के पुत्र प्रेम कुमार शर्मा ,संजय कुमार शर्मा ,नवीन कुमार शर्मा ,ललित कुमार शर्मा , भाई जयप्रकाश महाराज ,स्वजन मुंगेर जिले के धरहरा निवासी लालमोहन महाराज, राजा महाराज सहित दूर-दूर से पहुंचे स्वजनों की आंखें नम हो गई। अरविंद पांडे ने कहा कि
माँ एक ऐसा शब्द है, जिसके महत्व के विषय में जितनी भी बात की जाए, कम ही है। हम माँ के बिना अपने जीवन की कल्पना भी नही कर सकते हैं। माँ की महानता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इंसान भगवान का नाम लेना भले ही भूल जाये, लेकिन माँ का नाम लेना नही भूलता है। माँ को प्रेम व करुणा का प्रतीक माना गया है। एक माँ दुनियां भर के कष्ट सहकर भी अपने संतान को अच्छी से अच्छी सुख-सुविधाएं देना चाहती है। मां, माता ऐसे कई नामों से हम जन्म देने वाली मां को पुकारते है। अपनी संतान के प्रति माता का प्रेमभाव कभी नहीं बदलता है।संतान के प्रति हृदय प्रेम लगाव और त्याग की भावना एक मां में सदैव होती है।
वक्त के साथ बड़े होने पर संतान मां को निराश करते हैं, तरक्की मिलने पर मां को भूल जाते हैं। लेकिन एक मां कभी अपने बेटे को नहीं भूलती और ना ही उनके प्रति मां का प्यार कभी कम होता है, इसीलिए कहा जाता है कि- दुनिया में सबसे कीमती एक मां का प्यार है।