तुर्किये-सीरिया में भूकंप की वजह से 7200 से ज्यादा लोगों की मौत, पीड़ितों की चीख बयां कर रही सारी हालात

तुर्किये और सीरिया में सोमवार सुबह आए 7.8 तीव्रता की भूकंप और उसके बाद भी लगे कई तेज झटकों की वजह से मृतकों का आंकड़ा 7,200 पहुंच चुका है। तुर्किये में मरने वालों की संख्या बढ़कर 4544 हो गई है जबकि सीरिया में भी 18032 से अधिक लोगों की भूकंप से जान गई है। तुर्किये के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन ने भूकंप से प्रभावित देश के 10 दक्षिणी प्रांतों में तीन माह के लिए आपातकाल घोषित किया है। साथ ही उन्होंने भूकंप प्रभावित इलाकों में राहत कार्य में तेजी लाने को कहा है।पीड़ितों की चीख सारे हालात कर रही बयां
घायलों की संख्या भी 30,000 का आंकड़ा पार कर गई है। मृतक संख्या अभी और बढ़ सकती है। अभी भी हजारों लोग मलबे में फंसे हैं। राहत एवं बचाव कार्य जारी हैं। अभी तक करीब आठ हजार लोगों को बचाया जा चुका है। कई दशकों बाद आए ऐसे विनाशकारी भूकंप से हालात बेहद भयावह हैं। इमारतें, सड़कें, गाड़ियां समेत हर चीज तबाह हो चुकी है।
हर तरफ मलबा ही मलबा नजर आ रहा है। चारों तरफ लाशें दिख रही हैं और उनमें अपनों को तलाशते लोग। मलबे से लगातार शव निकल रहे हैं और सड़कों पर दौड़ती एंबुलेंस, पुलिस के सायरन और पीड़ितों की चीख सारे हालात खुद-ब-खुद बयां कर रही हैं। अस्पताल भी घायलों से भरे हुए हैं। राहत एवं बचाव टीमें हर पल मदद में जुटी हैं।लोगों ने शापिंग माल, स्टेडियम में ली शरण
बचावकर्मी बड़ी सावधानी से कंक्रीट के पत्थर और लोहे की छड़ों को हटा रहे हैं ताकि मलबे में यदि कोई भी जीवित बचा हो तो उसे सुरक्षित निकाला जा सके। मलबे से किसी के चिल्लाने की आवाज आती है तो बचाव टीमें और शिद्दत से अपने मिशन में जुट जाती हैं। जिंदा बचाए जाने की सूरत में लोग नारेबाजी कर इन टीमों का उत्साहवर्धन कर रहे हैं।