
रिपोर्ट ~ चुन्नु सिंह
देहरादून ( उत्तराखंड) /साहिबगंज (झारखंड) 24 मई 2025
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अद्वितीय योगदान के लिए मॉडल कॉलेज, राजमहल (साहिबगंज, झारखंड) को “प्रकृति के लिए जीवन संरक्षण” पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (WII-NMCG परियोजना) के अंतर्गत भारतीय वन्यजीव संस्थान (WII), देहरादून द्वारा प्रदान किया जाएगा।
पुरस्कार समारोह आगामी 5 जून 2025 को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून के मुख्य ऑडिटोरियम में आयोजित होगा। कॉलेज के प्राचार्य एवं भूविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. रणजीत कुमार सिंह इस समारोह में कॉलेज की ओर से सम्मान ग्रहण करेंगे। उन्हें सम्मान पत्र एवं प्रतीक चिह्न प्रदान किया जाएगा।
समर्पित नेतृत्व और प्रकृति के प्रति संकल्पबद्ध सोच
यह पुरस्कार मॉडल कॉलेज राजमहल में डॉ. सिंह के नेतृत्व में चलाए गए पर्यावरणीय नवाचार, जनजागरूकता अभियान और प्रकृति संरक्षण की प्रभावशाली पहलों का राष्ट्रीय स्तर पर मूल्यांकन और सम्मान है। चयन प्रक्रिया में संस्थान को “समूह उत्कृष्टता” श्रेणी में देशभर से चुना गया है।
डॉ. रणजीत कुमार सिंह ने इस सम्मान को कॉलेज के छात्र-छात्राओं, शिक्षकगण, कर्मियों और स्थानीय समुदाय को समर्पित करते हुए कहा –
“जैव विविधता प्रकृति का प्रारूप है और ब्रह्मांड का अखंड दिव्य स्वरूप। जल, जंगल, जमीन और जीव हमारे जीवन की उर्वरता के स्रोत हैं। उनका संरक्षण हमारा दिव्य कर्तव्य है।”
उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं का मूल कारण विविधता के सौंदर्य को नजरअंदाज करना है। भारत की सामाजिक संरचना, संस्कृति और आध्यात्मिक चेतना में जो विविधता है, वही इसकी पहचान और ताकत है।
कॉलेज में उत्सव का माहौल
इस राष्ट्रीय सम्मान की घोषणा के बाद मॉडल कॉलेज, राजमहल में हर्ष और गर्व का वातावरण है। शिक्षकगण, छात्रवृंद और स्थानीय नागरिकों ने डॉ. रणजीत कुमार सिंह को बधाई देते हुए इसे झारखंड राज्य के लिए गर्व की बात बताया है।
यह उपलब्धि न सिर्फ शैक्षणिक जगत बल्कि पूरे समाज के लिए प्रेरणादायक है – यह दर्शाता है कि शैक्षणिक संस्थाएं भी पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सक्रिय भूमिका निभाते हुए सतत विकास की राह दिखा सकती हैं।