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चुन्नु सिंह
साहिबगंज (झारखंड)
मंगलवार को साहिबगंज के गंगा घाट पर गंगा को गंदा न करने को लेकर लोगों को जागरूक किया गया । गंगा स्नान करने आए लोगो से अपील किया गया की गंगा स्नान और पूजा के दौरान गंगा को गंदा न करें ।लोगों से सवाल किया गया की “मां गंगा सहित गंगा की अन्य सहायक नदियों में लोग अपने घर की बासी पूजा सामग्री साड़ी ~ कपड़े , प्लास्टिक ~ पॉलिथीन और थर्मोकोल भी डाल देते हैं। यह गंगा की पूजा है या उस पर अत्याचार ?
वस्तुतः गंगा की पूजा का अर्थ केवल घंटा बजाना नहीं, वरन उसकी स्वच्छता और सफाई है। यह प्रयास ही नदी की वास्तविक पूजा है । मंगलवार को गंगा को गंदा न करने और गंदगी न फैलाने के लिए जागरूक करते हुए जिला गंगा समिति साहिबगंज के सेवक नमामि गंगे मुक्तेश्वर धाम गंगा घाट पर विशेष गंगा आरती का आयोजन किया था । इस दौरान समिति के लोगों ने लोगों से अपील की कि गंगा स्नान करने वाले लोग स्नान करने के दौरान गंगा किनारे से प्रदूषित सामग्रियों को निकाल कर कूड़ेदान तक पहुंचाना होगा । श्रद्धालुओं के साथ गंगा द्वार पर मां गंगा की आरती उतारी गई।
लाउडस्पीकर से स्थानीय लोगों को स्वच्छता की सीख देते हुए पुरोहित अजय पांडेय व डॉ रणजीत कुमार सिंह ने कहा कि गंगा भारतीय अर्थव्यवस्था का मेरुदंड व सनातनी अध्यात्म का सार हैं। हमें गंगा को सहेजना होगा । गंगा स्वयं में एक संस्कार हैं इसे मैला न करें । 50 करोड़ से अधिक लोगों की आजीविका केवल गंगा के जल पर निर्भर है । 25 करोड़ लोग तो पूर्ण रूप से गंगाजल पर आश्रित हैं । गंगा आस्था ही नहीं आजीविका हैं । गंगा केवल जल का ही नहीं, बल्कि जीवन का भी स्रोत है । हमारे लिए गंगा नदी की तरह नहीं, बल्कि एक जागृत स्वरूप हैं । आइए , मां गंगा के आंचल को कचरे से बचाएं । गंगा का संरक्षण करें । गंगा आरती आयोजन में दर्जनों की संख्या में श्रद्धालु शामिल रहे।
इस दौरान गंगा आयोजित गंगा आरती में चंदेश्वर प्रसाद सिन्हा , डॉ रणजीत कुमार सिंह , डीपीएम मणिकांत कुमार , आदर्श कुमार ओझा , प्रभाष चंद्र दास , मुनमुन दास , विश्वजीत सेल्स शर्मा , बरनाली सेन शर्मा , विशाल सेन शर्मा , प्रभु नाथ यादव , पंडित जी वीरेंद्र पांडे और विजय पांडे भी शामिल थे ।