पटना। राजधानी पटना के बिल्डर एवं जमीन के कारोबारी आलोक शर्मा हत्याकांड का खुलासा पटना के सीनियर एसपी ने किया है। कहा जा रहा है कि आलोक शर्मा की हत्या उसके मृत दोस्त मंटू शर्मा के भाई ने करवा दी। बता दें कि मंटू शर्मा की दिसंबर 2022 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वहीं धनतेरस के दिन अपराधियों ने आलोक शर्मा को गोलियों से भून दिया था। इस मामले में पुलिस ने एक महिला समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
पूछताछ के दौरान मंटू शर्मा के भाई संजीव शर्मा ने बताया है कि उसे इस बात की आशंका थी कि आलोक शर्मा ने ही मंटू की हत्या करवा दी थी। यही नहीं, उसे शक था कि कारोबार में पैसे के बंटवारे के विवाद में आलोक ने मंटू को रास्ते से हटा दिया था और करोड़ों रुपये पचा लिया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, शक के आधार पर संजीव ने आलोक शर्मा का टार्गेट कर रखा था।
पटना पुलिस के अनुसार, संजीव शर्मा ने आलोक शर्मा की हत्या के लिए 10 लाख रुपये की सुपारी शार्प शूटर को दी थी। बाइक सवार अपराधियों ने शुक्रवार को सरे शाम फुलवारी शारीफ थाना के मौर्य विहार निवासी आलोक शर्मा कार में ही भून दिया था। आलोक को रूपसपुर थाना के चुल्हाईचक के पास गोली मारी गई थी। आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया था।
इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें एक महिला भी शामिल है जिस के घर से हत्या में उपयोग किया गया समान आदि बरामद हुआ है। पटना पुलिस ने इनके पास से दो पिस्टल और दो कट्टा बरामद किया है। इस के अलावा दो मोटर साइकिल भी बरामद किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बताया जा रहा है कि इस मामले और भी चार अन्य शूटर की पहचान की गई है,जिस की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की छापामारी जारी है।
सीनियर एस पी ने बताया कि इस घटना का उद्भेदन मात्र करीब दो से ढाई घंटे में पटना पश्चिम के सीटी एसपी राजेश कुमार के नेतृत्व में फुलवारी शरीफ, रूपसपुर, नौबतपुर के थानाध्यक्ष और तकनीकी विभाग के पदाधिकारी शामिल थे।