
पटना। अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति (एडवा) ने खुसरूपुर प्रखण्ड के अर्न्तगत मोसिमपुर गांव की महादलित महिला के साथ की गई अमानवीय व्यवहार के खिलाफ पटना के बुद्ध पार्क में प्रतिरोध मार्च निकाला।
एडवा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामपरी, पटना जिला अध्यक्ष सुनिता कुमारी, सचिव सरिता पाण्डेय, सुलेखा कुमारी, कमली देवी, रेणू देवी, कौशलया देवी, रूबी देवी, सरोज कुमारी, समेत दर्जनों की संख्या में महिलाओं ने इस प्रतिरोध मार्च में शिरकत किया।
प्रतिरोंध मार्च के बाद सभा को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा की भाजपा सरकार में महिला अत्याचार की यह पहली घटना नहीं है। महिलाएं और बच्चियां रोज शोषण का शिकार हो रही हैं। लेकिन प्रशासन उनकी बात नहीं सुनती है। खुसरूपुर की घटना शर्मनाक और अमानवीय है। आन्दोलन की वजह प्रमोद सिंह को गिरफ्तारी किया गया लेकिन उसकि बेटा फरार है।
तमाम वक्ताओं ने दोषियों को गिरफ्तार करने, पीड़ित महिला को 10 लाख रुपए मुआवजा देने और उनके परिवार के सदस्यों को पर्याप्त सुरक्षा देने की मांग की है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले खुसरूपुर प्रखण्ड के अर्न्तगत मोसिमपुर गांव की एक महादलित महिला को
महज 1500 रुपए कर्ज का सूद न चुकाने की वजह से उसे नग्न करके लाठी और डंडों से पीटा गया था। यहां तक की उसके मुंह में भी पेशाब किया गया था। इस घटना को प्रमोद सिंह और उनके बेटे ने अंजाम दिया था।