बिहारराजनीति

भ्रष्टाचारी को सदाचारी बनाने की मशीन है भाजपा : श्रवण कुमार

पटना। जदयू मुख्यालय में जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, लघु एंव जल संसाधन मंत्री जयंत राज, मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार ने प्रदेश भर से आए आम लोगों की शिकायतों को सुनकर उसके निवारण हेतु संबंधित अधिकारी को उचित दिशा-निर्देश दिए।

कार्यक्रम के दौरान ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को देश के विपक्षी दलों में सभी नेता चोर और भ्रष्टाचारी ही नजर आते हैं और उनकी पार्टी में सभी लोग दूध के धुले हुए हैं। उन्होंने सवाल पूछा कि आखिर भाजपा के पास ऐसा कौन सा वाशिंग मशीन है जिस में घुसते ही सारे भ्रष्टाचारी रातोंरात सदाचारी बन जाते हैं?
मंत्री श्रवण कुमार ने आरोप लगाया कि केंद्र की सरकार भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई करने में निष्पक्षता नहीं बरतती है, केंद्रीय एजेंसियों के सहारे सिर्फ देश के विपक्षी नेताओं को तंग किया जाता है। प्रधानमंत्री भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई करने की बात करते हैं तो उससे पहले उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए की क्या उनकी केंद्रीय एजेंसियां निष्पक्ष तरीके से कार्य करती है। आगे उन्होंने कहा कि आज देश में गरीबी और महंगाई रिकाॅर्ड स्तर पर है मगर प्रधानमंत्री मुद्दों पर बात करने के बजाए अनावश्यक बयानबाजी करना पसंद करते हैं। जनता इनकी नीतियों से त्रस्त है, बिहार और देश की जनता 2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा का पूरी तरह से सफाया कर देगी।
जल संसाधन मंत्री जयंत राज ने कहा कि भाजपा दलित, पिछड़ा और अति-पिछड़ा विरोधी है, इन लोगों ने साजिश के तहत बिहार में जातीय गणना पर रोक लगाने का काम किया है। आगे उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियों की बैठक से भाजपा घबराई हुई है लिहाजा ये लोग अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं। जनता 2024 में भाजपा को सबक सिखाने का काम करेगी।
गृहमंत्री अमित शाह के बिहार दौरे को लेकर मंत्री जयंत राज ने कहा कि बिहार में उनका स्वागत है परंतु वह बिहार आ रहे हैं उन्हें कम से कम बिहार की जनता से किए गए अपने पुराने वादों का हिसाब देना चाहिए। उन्होंने तंज करते हुए कहा कि अमित शाह आ रहे हैं तो प्रत्येक बिहारियों के लिए 15-15 लाख रुपए साथ लेते हैं जैसा कि उन्होंने बिहार की जनता से 2014 के चुनाव में वादा किया था और बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की घोषणा भी इस बार उन्हें करना चाहिए।
शिक्षक नियमावली में बदलाव को लेकर उन्होंने कहा कि सामान्य वर्ग के जो भी अभ्यर्थी होते हैं उन्हें किसी भी प्रदेश में सरकारी नौकरी के लिए आवेदन देने का अधिकार है सरकार ने जो भी निर्णय लिया है वह संविधान के अनुसार है इसको लेकर विवाद नहीं होना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान जदयू के वरिष्ठ नेता विधान पार्षद संजय कुमार सिंह ‘‘गांधी जी’’ और मुख्यालय प्रभारी अरुण कुमार सिंह उपस्थित थे।

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