बिहार

कहलगांव एनटीपीसी से हो रही छाई ढुलाई में करोड़ों की हेराफेरी !

फ्लाई ऐश के मूल ठेकेदार सहित एनटीपीसी के कई वरीय अधिकारियों पर उठ रही है उंगलियां

  • सभी लगा रहे हैं एनटीपीसी में जलने वाले कोयले से निकलने वाले राख की भभूत
  • महेश संथालिया की श्याम धर्म कांटा सवालों के घेरे में

चुन्नू सिंह

कहलगांव (भागलपुर)। कहलगांव एनटीपीसी से हो रही छाई ढलाई में करोड़ों की हेराफेरी का आरोप लगा है। आरोप अगर सही है तो यह घोटाले कई करोड़ों में जा सकती है । जांच अगर सही ढंग से हुई तो इसके जद में एनटीपीसी के फ्लाईऐश के मूल ठेकेदार सहित एनटीपीसी के कई वरीय अधिकारी भी इसके घेरे में आ सकते हैं।
आरोप जैसे लग रहे हैं उससे यह प्रतीत होता है कि एनएचएआई के अधीन फोरलेन काम कर रहे कंपनी को भी फ्लाई ऐश सप्लायर ने बड़ा चुना लगाया है। कुल मिलाकर बात यह सामने आ रही है कि “एनटीपीसी में जलने वाले कोयले से निकलने वाले राख की भभूत सभी लगा रहे हैं”।


यह मामला तब सामने आया है जब कहलगांव के फ्लाई ऐश पॉन्ड यानी “डंपिंग यार्ड” से कोयले की राख अथवा छाई ढोने वाले 10 हाईवा को 4 अगस्त 2023 की रात्रि को भागलपुर के परिवहन विभाग के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से छापामारी कर कहलगांव से पीरपैंती के मकरंदपुर के बीच पकड़ा और उन्हें एक लाख से ऊपर की फाइन कर दी। छापामारी में भागलपुर के परिवहन विभाग के तमाम अधिकारी शामिल थे। इस पूरे घटनाक्रम में जिसकी सबसे दिलचस्प रोल की बात सामने आ रही है वह कहलगांव पकड़तल्ला का “श्याम धर्म कांटा” और उसके मालिक महेश कुमार उर्फ “महेश संथालिया” जिसको स्थानीय लोग “अमित टायर” के नाम से भी पुकारते हैं।


ट्रक वालों का आरोप है कि उन लोगों ने 7000 रू – 7100 रू में अपनी – अपनी हाइवा श्याम धर्म कांटा के मालिक महेश कुमार उर्फ महेश संथालिया को प्रतिदिन प्रति ट्रिप के हिसाब से अंडरलोड छाई ढोने के लिए दी थी। हाइवा वालों का कहना है की एनटीपीसी फ्लाई ऐश पॉन्ड यानी “छाई डंपिंग यार्ड” पर बिना कांटा किए छाई लोड होती है और “श्याम धर्म कांटा” पर आकर कांटा होती है। हाइवा वालों का कहना है की चुकी एनटीपीसी के फ्लाई ऐश के डंपिंग यार्ड में फ्लाई एस अंदाजा से लोड होती है इसलिए 4-5 टन की कमी – बेशी हो सकती है । परन्तु जिस हिसाब से उनके हाइवा में “श्याम धर्म कांटा” की तरफ से वजन की पर्ची दी गई है उतना माल उनके गाड़ी में लोड नही है। उनका ये भी कहना है की जब 7000रू से 7100 रू में उन लोगों ने अपनी गाड़ी को रोजाना प्रति ट्रिप के हिसाब से अंडरलोड चलाने के लिए दिया है तो फिर वे ओवरलोड क्यों चलेंगे ?


ट्रक वालों का कहना है कि चुंकि दिन में कहलगांव में नो एंट्री रहती है इसलिए रात को लोड हाईवा “श्याम धर्म कांटा” पर आती है और कांटा कराती है। उसके बाद कहलगांव से पीरपैंती के मकरंदपुर बीच फ्लाई ऐश खाली की जाती है। खाली हाईवा देर रात्रि से अहले सुबह को ही लौटती है और श्याम धर्म कांटा के आदमी रास्ते में लगे रहते हैं और रास्ते में हीं उनके ड्राइवर से कांटा स्लीप ले लेते हैं।


हाइवा वालों का कहना है कि इस बीच क्या खेल होता था इससे वे लोग बिल्कुल अनभिज्ञ थे। उनके संज्ञान में मामला तब पकड़ में आया जब किसी बड़े खिलाड़ी ने इस खेल को पकड़ लिया और जिला परिवहन विभाग को सूचना दे दिया और जिला परिवहन विभाग ने छापामारी कर 10 हाईवे को पकड़ा और 50 से 60 टन की वजन वाली धर्म कांटा पर्ची के आधार पर ओवरलोडिंग के नाम पर एक लाख से ऊपर की फाइन कर दी। हाइवा वालों का आरोप है कि “श्याम धर्म कांटा” के मालिक महेश कुमार उर्फ “महेश संथालिया” फ्लाई एस उठाव के मूल कांट्रैक्टर “आसिफ इकबाल” के सब कांट्रैक्टर हैं यानी पेटीदार हैं । खेल यही से शुरू होता है । यानी आसिफ इकबाल के पेटीदार “श्याम धर्म कांटा” के मालिक महेश संथालिया एनटीपीसी फ्लाई एस डंपिंग यार्ड से खुद हीं माल भी लोड कराते हैं और खुद का धर्म कांटा होने का लाभ उठाते हैं और मनमाने तरीके से फर्जी तरीके से धर्म कांटा रसीद बनाकर एनटीपीसी और एनएचएआई के ठेकेदार को चूना लगाते हैं । और उस बढ़ाकर बनाई गई फर्जी धर्म कांटा पर्ची को ही सही मानकर एनएचएआई के ठेकेदार फ्लाई ऐश को प्राप्त करते हैं और उनके द्वारा प्राप्त पर्ची के आधार पर एनएचएआई एनटीपीसी को फ्लाई ऐश प्राप्ति की बिल भेजती है और एनटीपीसी अपने फ्लाई ऐश उठाव करने वाले ठेकेदार को भुगतान कर देती है ।


अब सवाल है कि हाइवा की लगन क्षमता 20 टन है उसमें 60 टन फ्लाई एस कैसे लोड हो सकती है और एनटीपीसी के अधिकारी उसे कैसे सही मान कर ठेकेदार को बिल भुगतान करते रहे हैं ?


जानकर लोगों ने बताया की एनटीपीसी के साथ फ्लाई ऐश के ठेकेदार के एग्रीमेंट में अधिकतम 30-35 टन फ्लाई ऐश लोड करने की बात है। फिर सवाल उठता है की 10 चक्का हाइवा में जहां 16 टन लोड क्षमता है उसकी बिल को 50-60 टन की पेश किए जाने पर उसे कैसे पास किया जाता रहा है ? पीड़ित हाइवा वालों का आरोप है कि अगर इसकी तह तक जांच हो तो 50 करोड़ से ऊपर का एक साल में घोटाला सामने आएगा और फ्लाई ऐश उठाव का टेंडर लेने वाले मूल ठेकेदार और एनटीपीसी के कई वरीय अधिकारी इसमें फंस सकते हैं ।
इधर ट्रक संगठन बटवा के बिहार प्रभारी पंकज सिंह ने ट्रक वालों की तरफ से 7 अगस्त 2023 सोमवार को जिला पदाधिकारी, भागलपुर को एक आवेदन देकर ओवरलोड के आरोप में फाइन किए गए हाइवा वालों की हाइवा की दुबारा वजन कराने और दोषी “श्याम धर्म कांटा” पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की है। अब देखना दिलचस्प होगा कि भागलपुर के जिला पदाधिकारी सुब्रत सेन बटवा के आवेदन पर क्या एक्शन लेते हैं।

 

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