बिहारराजनीति

सुल्तानगंज-अगुवानी निर्माणाधीन पुल गिरने के लिए नीतीश दोषी : प्रेम रंजन पटेल

  • निर्माणाधीन पुल गिरने की जांच सीबीआई से कराने की मांग को लेकर सभी जिला मुख्यालयों में भाजपा जलाएगी सरकार का पुतला 

पटना। बिहार में सुल्तानगंज-अगुवानी निर्माणाधीन पुल गिरने के मामले की निष्पक्ष जांच के लिए भाजपा अब सड़कों पर उतरने का निर्णय लिया है।
भाजपा के प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने बुधवार को इसकी घोषणा करते हुए कहा कि निर्माणाधीन पुल गिरने मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग को लेकर भाजपा नौ जून को सभी जिला मुख्यालयों में सरकार का पुतला दहन करेगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल 12 जून को महामहिम राज्यपाल से मिलेगा तथा उनसे इस मामले में निष्पक्ष जांच कराने का आग्रह करेगी।
पटना के प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में श्री पटेल ने कहा कि सुल्तानगंज-अगुवानी निर्माणाधीन पुल गिरने के लिए वे किसी को दोष नही दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए अगर कोई दोषी है तो सिर्फ और सिर्फ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोषी हैं।
उन्होंने कहा कि कहा जा रहा है कि यह मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है। उन्होंने कहा कि जब पुल गंगा नदी में समा गया तब कहा जाने लगा कि इसका डिजाइन ही गलत था। ऐसी स्थिति में एक इंजीनियर मुख्यमंत्री द्वारा निर्माण का आदेश दिया जाना, इसके भ्रष्टाचार को कहानी को खुद बयां कर रहा है।
श्री पटेल ने यह भी कहा कि पहली बार जब यह पुल गिरा था , उसके बाद इसके निर्माण कार्य को फिर से शुरू कराया गया और 300 करोड़ कम्पनी को भुगतान किया गया।
उन्होंने कहा कि यह जनता का पैसा था और जब तक इस मामले की जांच पटना उच्च न्यायालय के सिटिंग जज या सीबीआई से नहीं होती है तब तक भाजपा चैन से नहीं बैठने वाली है। उन्होंने कहा कि इस मामले में जब सरकार ही दोषी है तो फिर इसकी जांच सरकार कैसे कर सकती है।
पत्रकारों द्वारा रेल दुर्घटना से संबंधित एक प्रश्न के उत्तर में श्री पटेल ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि ममता बनर्जी दो वर्ष रेल मंत्री रही। इस दौरान रेल टक्कर के 54 मामले हुए और 839 बेपटरी होने के मामले सामने आए जबकि 1451 लोगों की मौत हुई। इसी तरह नीतीश कुमार के रेलमंत्री रहते 79 टक्कर के तथा 1000 रेल के बेपटरी होने की घटना घटी और 1527 लोगों की मौत हुई।
इधर लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री काल में 51 टक्कर और 550 रेल के बेपटरी होने की घटना घटी जिसमे 1159 लोगों की मौत हुई। इसके अलावा नरेंद्र मोदी की सरकार में 29 रेल टक्कर के मामले सामने आए जबकि 426 रेल बेपटरी की घटनाएं घटी। इस दौरान 781 लोगों की मौत हुई।
प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी राकेश कुमार सिंह ,राजेश कुमार झा अशोक भट्ट उपस्थित थे।

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