बिहारराजनीति

कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी पर भी फर्जीवाड़ा करती है केंद्र सरकार : जदयू

पटना । जदयू प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व विधायक राहुल शर्मा, प्रदेश प्रवक्ता डॉ. सुनील कुमार सिंह और प्रदेश प्रवक्ता हिमराज राम ने स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर केंद्र की बीजेपी सरकार पर गलत जानकारी देने का आरोप लगाया है। पार्टी के तीनों प्रवक्ताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी को लेकर भी केंद्र की बीजेपी सरकार गंभीर नहीं है और लोगों को सही तरीके से इलाज मुहैया नहीं करा रही है।

पार्टी प्रवक्ताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने लोकसभा में दिए अपने जवाब में स्वीकार किया है कि दिल्ली एम्स में मार्च महीने से कैंसर की आरटीपीसीआर-बीसीआर-एबीएल जांच का काम बंद है। पार्टी प्रवक्ताओं ने आंकड़ों का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि इस जांच के लिए मरीजों को 5,400 रुपए चुकाने पड़ते हैं और ब्लड कैंसर से पीड़ित 2,967 मरीजों के बीच इस जांच को पूरा करने की लागत 1 करोड़ 60 लाख 21 हजार 8 सौ रुपए होती है। ऐसे में इस जरुरी जांच को करीब साढ़े तीन महीने तक बंद रखना केंद्र सरकार की कैंसर मरीजों के प्रति संवेदनहीनता को दिखाता है।
पार्टी प्रवक्ताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार कैंसर जैसी जानलेवा और गंभीर बीमारी को लेकर भी गंभीर नहीं है और इससे पीड़ित मरीजों के इलाज में कोताही बरत रही है।
पार्टी प्रवक्ताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ये दावा करती है कि कैंसर, मधुमेह के साथ-साथ दूसरी कुछ अन्य बीमारियों को लेकर वो ग्रामीण इलाकों के स्वास्थ्य केंद्रों पर जागरूकता अभियान चलाती है लेकिन सच्चाई यह है कि मधुमेह को छोड़कर किसी भी बीमारी को लेकर केंद्र सरकार जागरुकता अभियान ग्रामीण इलाकों में नहीं चलाती।
वहीं पार्टी प्रवक्ताओं ने दरभंगा एम्स को लेकर भी केंद्र सरकार पर आरोप लगाए और कहा कि राज्य सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी केंद्र सरकार दरभंगा एम्स के निर्माण को लेकर सहमत नहीं हुई। पार्टी प्रवक्ताओं ने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि दरभंगा एम्स का निर्माण हुआ नहीं लेकिन केंद्र सरकार लोकसभा में दी जानकारी में दावा करती है कि दरभंगा एम्स में कैंसर का इलाज शुरु है और इस जानलेवा बीमारी के इलाज की व्यवस्था कर दी गई है।
जदयू प्रवक्ताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार अपने सीमित संसाधनों से राज्य में मेडिकल कॉलेजों का निर्माण करा रही है लेकिन केंद्र सरकार खुद का क्रेडिट लेना चाहती है। पार्टी प्रवक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार मेडिकल कॉलेज बनाने का झूठा दावा करती है जबकि हकीकत यह है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार अपने संसाधनों से राज्य में मेडिकल कॉलेजों का निर्माण करा रही है। उन्होंने कहा कि मुंगेर और मोतिहारी में राज्य सरकार अपने पैसों से मेडिकल कॉलेज बनवा रही है और इसके लिए करीब छह सौ करोड़ रुपए की राशि भी राज्य सरकार ने आवंटित कर दी है लेकिन केंद्र सरकार उसका झूठा क्रेडिट लेना चाहती है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button